नई दिल्ली। भारतीय अर्थव्यवस्था हल्के सुधार से गुजर रही है और नोटबंदी से जीडीपी वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 6.9 प्रतिशत पर आ सकती है। बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच (बोफा-एमएल) ने शोध रिपोर्ट में कहा कि सितंबर में वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत के निराशाजनक स्तर पर रहने के बाद हमने वृद्धि के अनुमान को 2016-17 में 0.50 प्रतिशत कटौती कर 6.9 प्रतिशत तथा 2017-18 के लिए 7.2 प्रतिशत कर दिया है।
- देश की जीडीपी वृद्धि दर सितंबर तिमाही में पिछली तिमाही से बढ़कर 7.3 प्रतिशत रही, नोटबंदी के कारण आने वाले महीनों में इसमें गिरावट आ सकती है।
- बोफाएमएल इंडिया एक्टिविटी कोएंसिडेंट ट्रैकर के अनुसार जब तक कर्ज पर ब्याज दर में कटौती नहीं होती है, देश हल्के पुनरूद्धार के चरण से गुजर रहा है।
- बोफा इसके तहत सात तत्वों वास्तविक नकदी मांग, ऋण प्रवाह, यातायात सूचकांक, औद्योगिक उत्पादन, पूंजी व्यय, वाहन बिक्री तथा निर्माण सेवाएं को शामिल करता है।
भ्रष्टाचार दूर करने के लिए नोटबंदी जरूरी कदम: अमेरिका
अमेरिका ने 500 और 1,000 रुपए के नोट पर पांबदी के भारत के कदम का आज स्वागत करते हुए कहा कि यह भ्रष्टाचार के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण और जरूरी कदम है।
- विदेश विभाग के प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा, हमारा मानना है कि अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने का यह एक महत्वपूर्ण और जरूरी कदम है।
- टोनर ने कहा, जो अमेरिकी नागरिक भारत में काम कर रहे हैं और रह रहे हैं, उनके पास उन नोटों को बदलने या नया नोट लेने की उपयुक्त सूचना होगी।
- इससे कई भारतीयों को समस्या हुई है लेकिन मुझे लगता है कि यह भ्रष्टाचार की दिशा में एक जरूरी कदम है।