नई दिल्ली। राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया को दो बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों को अपने बेड़े में शामिल करने को पार्ट पेमेंट के लिए 22.5 करोड़ डॉलर (करीब 1,500 करोड़ रुपए) के ब्रिज ऋण की आवश्यकता है।
गौरतलब है कि एयर इंडिया को नवंबर और दिसंबर में दो ड्रीमलाइनर विमानों की आपूर्ति होनी है। कंपनी ने इसी के लिए बैंकों, वित्तीय संस्थानों से 15 महीने की अवधि के लिए ब्रिज ऋण के आवेदन मांगे हैं। ब्रिज ऋण आम अर्थों में दीर्घावधि वित्त की व्यवस्था नहीं होने तक भुगतान प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए होता है।
एयर इंडिया के बेड़े में अभी 21 ड्रीमलाइनर विमान हैं। जनवरी 2006 में कंपनी ने 68 नए बोइंग विमानों का ऑर्डर दिया है जिसमें 27 ड्रीमलाइनरों और 41 बी-777 और बी-737-800 विमान शामिल हैं। अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग इस साल एयर इंडिया को दो और अगले साल चार ड्रीमलाइनर विमानों की आपूर्ति करेगी। यह एयर इंडिया द्वारा 27 ड्रीमलाइनरों के ऑर्डर को पूरा करने की कवायद है। हालांकि एयर इंडिया अपने बेड़े में मौजूद 787-800 विमानों में गड़बड़ी का सामना कर रही है।
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