नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के अनुसार कारोबारी मनमोहन सिंह और गगनदीप सिंह को मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत बुधवार को गिरफ्तार किया गया।
अधिकारियों ने कहा कि दोनों को आगे की हिरासत के लिए अदालत के समक्ष आज पेश किया जाएगा। कारोबारियों पर आरोप है कि उन्होंने बैंक की अशोक बिहार शाखा के जरिए संदिग्ध मुखौटा कंपनियों का उपयोग कर कथित तौर पर 300 करोड़ रुपए विदेशी ठिकानों पर भेजे।
मामला पिछले साल सामने आया और इसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई द्वारा की जा रही है। इस मामले में सीबीआई ने भी भारतीय दंड संहिता तथा भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत बीओबी के सहायक महाप्रबंधक एस के गर्ग तथा विदेशी विनिमय इकाई के प्रमुख जे दुबे को गिरफ्तार किया था।
चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों अप्रैल-दिसंबर के दौरान बैंक धोखाधड़ी की लिस्ट में आईसीआईसीआई बैंक टॉप पर रहा। दूसरे स्थान पर सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) रहा। रिजर्व बैंक की ओर जारी आंकड़ों में स्टैंडर्ड चार्टर्ड तीसरे पायदान पर है। नौ महीनों के दौरान 3,870 मामले सामने आए जिसमें 17,750.27 करोड़ रुपए का चूना लगा।
वित्त वर्ष के पहले नौ महीने में आईसीआईसीआई बैंक में एक लाख रुपए या अधिक की धोखाधड़ी के 455 मामले सामने आई। वहीं, एसबीआई में 429, स्टैंडर्ड चार्टर्ड में 244 और एचडीएफसी बैंक में 237 मामले सामने आए। इस दौरान एक्सिस बैंक में 189, बैंक ऑफ बड़ौदा में 176 और सिटीबैंक में 150 धोखाधड़ी के मामले सामने आए।