नई दिल्ली। 8 नवंबर का दिन किसे याद नहीं होगा। यह दिन इतिहास में कई कारणों से याद रखा जाएगा। 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अचानक 500 और 1000 रुपए के नोटों को बंद करने का ऐलान किया था। सरकार के इस कदम का उद्देश्य भ्रष्टाचार पर अंकुश, कालेधन को बाहर निकालना और नकली मुद्रा को समाप्त करना था। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि नोटबंदी को एक साल पूरा होने के मौके पर आगामी आठ नवंबर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कालाधन विरोधी दिवस (एंटी-ब्लैक मनी डे) मनाएगी।
लेकिन नोटबंदी के बाद सरकार का उद्देश्य बदल गया और सरकार अब इसे कम नगदी रहित अर्थव्यवस्था बनाना और लेनदेन को डिजिटलीकरण से जोड़ रही है। नोटबंदी को एक साल पूरा होने वाला है। इस मौके पर कांग्रेस समेत 18 राजनीतिक दलों ने 8 नवंबर को काला दिवस मनाने की घोषणा की है। इसके जवाब में आज मोदी सरकार ने नई घोषणा की है।
जेटली ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा के लिए यह प्राथमिकता वाला कार्यक्रम होगा और पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री इसमें शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री देशभर में घूम-घूम कर सरकार द्वारा कालेधन को समाप्त करने और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताएंगे। उन्होने कालेधन की समस्या से निपटने के लिए मोदी सरकार की ओर से उठाए गए कदमों का उल्लेख किया।