अलीगढ़ में राजा महेंद्र सिंह राज्य विश्वविद्यालय के शिलान्यास के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले की बसपा और सपा सरकारों पर जोरदार हमला बोला। गन्ना किसानों के भुगतान से जुड़े आंकड़े पेश करते हुए योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 2007 से 2017 के बीच मायावती और अखिलेश यादव की सरकार के दौरान गन्ना किसानों को जितना भुगतान हुआ उससे करीब डेढ़ गुना अधिक भुगतान भाजपा सरकार के दौरान बीते 4 साल में हुआ है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2007 से लेकर 2017 तक यूपी के गन्ना किसानों को मात्र 95000 करोड़ रुपए का गन्ने का भुगतान हुआ था। लेकिन राज्य सरकार की किसान हितैशी नीतियों के चलते 2017 से अबतक 1.45 लाख करोड़ रुपए का भुगतान गन्ना किसानों को सरकार कर चुकी है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में चीनी मिलों को बिना रुके चलाया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र ने 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने के लिए जो कार्य शुरू किया है उससे निरंतर किसान के जीवन में प्रगति होती दिखाई दे रही है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में 2017 में यूपी में भाजपा के नेतृत्व की सरकार बनी, फरवरी 2018 में प्रधानमंत्री ने यूपी के पहले इन्वेस्टर समिट का उदघाटन किया था और उसका परिणाम है कि देश के अंदर यूपी निवेश के अच्छे गंतव्य में आगे बढ़ा है, 3 लाख करो़ड़ का निवेश यूपी में हुआ, 1.61 करोड़ नौजवानों को अपने घर और जनपद में रोजगार की सुविधाएं पैदा हुई।
उन्होंने कहा कि सदी की सबसे बड़ी महामारी पर जितना बेहतर प्रबंधन भारत ने किया, आदरणीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वह दुनिया की तमाम बड़ी बड़ी शक्तियों के सामने भी एक मिसाल बन गई है, लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपने नागरिकों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए जीवन और जीविका को बचाने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री जी का अभिनंदन।