नई दिल्ली/न्यूयॉर्क। मास्टरकार्ड के अध्यक्ष और सीईओ अजय बंगा ने बिटकॉइन और उसकी तरह की सभी क्रिप्टो-करेंसी को ' कचरा या कबाड़ ' ठहराते हुये कहा है कि यह एक "गुमनाम" मुद्रा है जिसमें "भारी" उतार-चढ़ाव हो सकता है इसलिये मुद्रा विनिमय के माध्यम के रूप में नहीं माना जा सकता है। बंगा ने चिंता जताई है कि वेश्यावृत्ति , मादक पदार्थों , क्रेडिट कार्ड और सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी धोखाधड़ी समेत 95 प्रतिशत अवैध लेनदेनों के भुगतान में क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग किया जाता है।
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि क्रिप्टो - करेंसी एक कचरा है... लोगों द्वारा उत्पादित इस गुमनाम मुद्रा के मूल्य में बड़े पैमाने पर उतार-चढ़ाव हो सकता है, इसलिये इसे विनिमय के माध्यम के रूप में नहीं माना जा सकता है।" बंगा ने अमेरिका - भारत रणनीतिक भागीदारी फोरम (यूएसआईएसपीएफ) के सहयोग से वाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजित व्याख्यान ' न्यू इंडिया लेक्चर ' के दौरान यह बात कही।
उन्होंने कहा कि क्रिप्टो-करेंसी विनिमय का एक अच्छा माध्यम नहीं है क्योंकि इसमें कोई पारदर्शिता नहीं है। बंगा ने कहा, "क्यों इसे विनिमय के माध्यम के रूप में पसंद किया जा रहा है।"