वाशिंगटन। भारत में सुधार संबंधी उठाए गए कदमों के बाद अमेरिका और भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा मिल सकता है। भारत की कई तरह की सुधार प्रक्रिया विशेष तौर पर विभिन्न क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश बढ़ाने की घोषणा से अमेरिका-भारत द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा मिल सकता है। यह बात अमेरिका भारत कारोबार परिषद (USIBC) ने कही।
यूएसआईबीसी के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कल भारत के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) संबंधी सुधारों का हवाला देते हुए कहा, रक्षा, नागर विमानन, प्रसारण सेवा और फार्मा में एफडीआई की गुंजाइश बढ़ने से अमेरिका-भारत द्विपक्षीय व्यापार की संभावना बढ़ेगी।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महीने वाशिंगटन यात्रा के ठीक बाद भारत के रक्षा, प्रसारण सेवा, नागर विमानन और फार्मा क्षेत्र में एफडीआई बढ़ाने संबंधी सूचना से निवेशक रझान बढ़ा है।
मोदी की हाल की यात्रा के दौरान आमेजन और स्टार इंडिया जैसी कंपनियों की विशाल निवेश घोषणाएं शामिल हैं। गौरतलब है कि सोमवार को केंद्र सरकार ने कई सेक्टर में फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (एफडीआई) नियमों में बड़े बदलाव किए हैं। नए नियम के तहत डिफेंस, एशिवएशन, फूड ई-कॉमर्स में 100 फीसदी एफडीआई को मंजूरी मिल गई है। लेकिन डिफेंस में ऑटोमैटिक रूट के जरिए 49 फीसदी एफडीआई मंजूर होगी। इसके अलावा फार्मा सेक्टर में ऑटोमेटिक रूट से 74 फीसदी एफडीआई को मंजूरी दी है।