नई दिल्ली। तेल की गिरती कीमतों के बीच ग्लोबल ऑयल मार्केट में बड़े बदलाव के आसार नजर आ रहे हैं। सऊदी अरब और अमेरिका के बाद दुनिया की निगाहें अब भारत पर टिकी है। इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी (आईईए) की रिपोर्ट के मुताबिक भारत जापान को पीछ छोड़कर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता देश बन सकता है। एजेंसी के मुताबिक 2017 तक कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आने की उम्मीद नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 तक जहां अमेरिका में तेल की मांग घटेगी वहीं, भारत में चीन से अधिक डिमांड निकलने की संभावना है। ऐसे में दुनिया के बड़े तेल उत्पादक देश भारत में बढ़ती मांग से उम्मीद लगाए बैठे हैं।
भारत में बढ़ेगी गाड़ियों की संख्या
पिछले कुछ दशकों के दौरान ब्रिक देशों में कच्चे तेल का आयात बड़े पैमाने पर बड़ा है। 1997 में यह देश 3.4 करोड़ टन तेल आयात करते थे, जो कि पिछले साल बढ़कर 18.7 करोड़ टन पहुंच गया है। रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में तेजी से बिल्डिंग और हाइवे का निर्माण हो रहा है। ऐसे में अगर सरकार फ्यूल सब्सिडी खत्म कर देती है तो भी लोग गाड़ियां खरीदेंगे। आईईए ने कहा कि भारत में गाड़ियों की संख्या बढ़ रही है, जबकि चीन में सुस्ती के कारण डिमांड घट सकती है।
Facts of Crude oil
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अमेरिका और चीन से ज्यादा भारत में बढ़ेगी डिमांड
अमेरिका और चीन अभी भी भारत से खपत के मामले में आगे रहेंगे। लेकिन ग्रोथ की बात करें तो 2021 तक अमेरिका में तेल की खपत 2015 के स्तर से नीचे आने की संभावना है। वहीं चीन में तेल की डिमांड 21.4 फीसदी बढ़ सकती है, जबकि में सबसे ज्यादा 27.5 फीसदी मांग निकले की उम्मीद है।