नई दिल्ली। अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान देशभर में भले ही सामान्य बरसात हुई हो लेकिन मानसून के रुकने की वजह से कुछेक राज्यों में बारिश की भारी कमी देखी जा रही है जिस वजह से उन राज्यों में खरीफ की बुआई बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान गुजरात, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बारिश की भारी कमी देखी जा रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक अबतक बीते मानसून सीजन यानि पहली जून से लेकर 18 जून तक गुजरात में सामान्य के मुकाबले 91 प्रतिशत कम, राजस्थान में 47 प्रतिशत कम और उत्तर प्रदेश में 46 प्रतिशत कम बरसात हुई है। इस दौरान गुजरात में सामान्य तौर पर 35.6 मिलीमीटर बारिश हो जाती है, लेकिन इस बार सिर्फ 3.3 मिलीमीटर बरसात ही दर्ज की गई है। राजस्थान में भी इस दौरान सामान्य तौर पर 16.1 मिलीमीटर बारिश हो जाती है लेकिन इस बार 8.5 मिलीमीटर ही दर्ज की गई है। वहीं उत्तर प्रदेश की बात करें तो वहां भी अभी तक सिर्फ 18.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर 33.6 मिलीमीटर बरसात हो जाती है।
गुजरात और राजस्थान कई खरीफ फसलों के देशभर में सबसे बड़े उत्पादक राज्य हैं, देशभर में कपास, मूंगफली और कैस्टरसीड का सबसे ज्यादा उत्पादन गुजरात में ही होता है, गुजरात कृषि विभाग के मुताबिक 11 जून तक राज्य में मूंगफली का रकबा 68 प्रतिशत और कपास का रकबा 66 प्रतिशत पिछड़ा हुआ दर्ज किया गया है। राजस्थान की बात करें तो वह ग्वारसीड का सबसे बड़ा उत्पादक है और कपास, कैस्टरसीड, सोयाबीन तथा मूंगफली का भी बड़ा उत्पादक है। उत्तर प्रदेश की बात करें तो वह धान, खरीफ दलहन और तिलहन का बड़ा उत्पादक राज्य है। ऐसे में इन राज्यों में मानसून की बरसात मे अगर आगे भी कमी रहती है तो इन तमाम खरीफ फसलों का उत्पादन प्रभावित हो सकता है।
हालांकि देश के अन्य राज्यों में अभी मानसून की बरसात सामान्य या सामान्य के मुकाबले अधिक हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान मध्य प्रदेश में सामान्य से 7 प्रतिशत ज्यादा, महाराष्ट्र में 30 प्रतिशत ज्यादा, पंजाब में 188 प्रतिशत अधिक, हरियाणा में 43 प्रतिशत ज्यादा, कर्नाटक में 50 प्रतिशत, तेलंगाना में 57 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 15 प्रतिशत और आंध्र प्रदेश में 24 प्रतिशत अधिक बरसात हुई है। देशभर में पहली जून से लेकर 18 जून तक 78.7 मिलीमटीर बरसात हुई है जो सामान्य बारिश है।