वाशिंगटन। बाइडन प्रशासन ने अमेरिका-भारत सीईओ मंच के अमेरिकी वर्ग में 20 कॉरपोरेट हस्तियों को नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अमेरिका-भारत सीईओ मंच की स्थापना 2005 में साझा हितों पर चर्चा करने और दोनों देशों के व्यापारिक समुदायों को एक साथ लाने के लिए हुई थी। इस मंच में अमेरिका और भारत के निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ ही दोनों देशों के वाणिज्य सचिव भी शामिल हैं।
अमेरिकी वाणिज्य विभाग के अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रशासन ने मंगलवार को अमेरिकी सीईओ से इस विशेष समूह का हिस्सा बनने के लिए आवेदन आमंत्रित किए। एक आधिकारिक बयान के अनुसार अमेरिका और भारत के बीच व्यापार तथा आर्थिक संबंधों को बढ़ाने के लिए इस मंच के जरिये निजी क्षेत्र अपनी सिफारिशें कर सकेगा और अपनी राय बता सकेगा।
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जीईएल 25,500 करोड़ रुपये में एसबी एनर्जी के भारतीय ऊर्जा कारोबार का अधिग्रहण करेगी
अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने बुधवार को कहा कि उसने सॉफ्टबैंक समूह (एसबीजी) और भारती समूह के साथ एसबी एनर्जी इंडिया के 100 प्रतिशत शेयरों के अधिग्रहण के लिए शेयर खरीद समझौता किया है और इस सौदे की राशि 3.5 अरब अमरीकी डॉलर (लगभग 25,500 करोड़ रुपये) है। यह भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सबसे बड़ा अधिग्रहण है। एजीईएल ने एक बयान में कहा कि उसने एसबीजी (80 प्रतिशत) और भारती समूह (20 प्रतिशत) के साथ एसबी एनर्जी इंडिया के शेयरों के अधिग्रहण के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
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बयान के अनुसार एसबी एनर्जी इंडिया के पास भारत के चार राज्यों में 4,954 मेगावाट की कुल नवीकरणीय क्षमता है। बयान के मुताबिक इस सौदे के तहत एसबी एनर्जी इंडिया का मूल्यांकन लगभग 3.5 अरब अमरीकी डॉलर तय किया गया। कंपनी के पोर्टफोलियो में 84 प्रतिशत सौर क्षमता (4,180 मेगावाट), नौ प्रतिशत पवन-सौर हाइब्रिड क्षमता (450 मेगावाट) और सात प्रतिशत पवन क्षमता (324 मेगावाट) के साथ ही बड़े पैमाने पर अन्य परिसंपत्तियां शामिल हैं। पोर्टफोलियो में 1,400 मेगावाट सौर ऊर्जा चालू है, और 3,554 मेगावाट की परियोजना निर्माणाधीन हैं। सभी परियोजनाओं के लिए भारतीय सौर ऊर्जा निगम (एसईसीआई), एनटीपीसी और एनएचपीसी के साथ 25 साल के बिजली खरीद समझौते (पीपीए) किए गए हैं।
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बयान के मुताबिक ये परिसंपत्तियां मुख्य रूप से सौर पार्क आधारित परियोजनाएं हैं और परियोजना विकास, निर्माण, और संचालन और रखरखाव के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं के आधार पर बनाई गई हैं। इस अधिग्रहण के साथ एजीईएल की कुल नवीकरणीय क्षमता 24.3 गीगावॉट हो गई है, जबकि परिचानल क्षमता बढ़कर 4.9 गीगावॉट होगी। बयान में कहा गया कि यह सौदा नियामक तथा अन्य जरूरी मंजूरियों के अधीन है। अडाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदानी ने कहा कि यह अधिग्रहण जनवरी 2020 में हमारे द्वारा घोषित दृष्टिकोण की दिशा में एक और कदम है, जिसमें हमने 2025 तक दुनिया की सबसे बड़ी सौर कंपनी बनने और उसके बाद 2030 तक दुनिया की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी बनने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि हम जो नवीकरणीय ऊर्जा मंच तैयार कर रहे हैं, वह कई अन्य वैश्विक उद्योगों को आकर्षित करेगा, जो अपने कार्बन उत्सर्जन को तेजी से कम करने की तलाश में हैं। भारती एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल ने कहा कि अडाणी समूह का हरित ऊर्जा क्षेत्र में बेहतरीन रिकॉर्ड है, जिससे एसबी एनर्जी के कामकाज को और गति मिलेगी।
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