मुंबई। किंगफिशर हाउस की नीलामी एक बार फिर से विफल हो सकती है। कभी यह विजय माल्या की अगुवाई वाली ठप विमानन कंपनी किंगफिशर हाउस का मुख्यालय होता था। पहले की तुलना में 135 करोड़ रुपए के घटे आरक्षित मूल्य पर भी इसके लिए निविदा नहीं मिली हैं।
बैंकों द्वारा किंगफिशर एयरलाइंस से अपने बकाया कर्ज के एक हिस्से की वसूली के लिए नीलामी का यह दूसरा प्रयास है। इससे पहले मार्च में 150 करोड़ रुपए के आरक्षित मूल्य पर भी इसके लिए कोई बोली नहीं लगी थी। सूत्रों ने बताया कि इस बार भी नीलामी का यही हाल हो सकता है। एक घंटे की नीलामी गुरुवार को होगी। एक अगस्त की समयसीमा तक एक भी बोलीदाता ने अग्रिम शुल्क जमा नहीं कराया है।
माना जा रहा है कि ऊंचे आरक्षित मूल्य के अलावा समूह के समक्ष कई कानूनी मुद्दों की वजह से इस नीलामी से भी लोग दूर रह सकते हैं। बैंक और कर विभाग इस महीने किंगफिशर हाउस सहित समूह की करीब 700 करोड़ रुपए की संपत्तियों की नीलामी करने जा रहे हैं। किंगफिशर हाउस का निर्मित क्षेत्र 17,000 वर्ग फुट है। यह पॉश विले पार्ले क्षेत्र में स्थित है। नीलामी कल 11 बजे शुरू होगी। भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई में 17 बैंकों के गठजोड़ ने मई में इस संपत्ति का नए सिरे से मूल्यांकन किया था और आरक्षित मूल्य को 150 करोड़ से घटाकर 135 करोड़ रुपए कर दिया था।