नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अनंत गीते ने आज कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भेल मेट्रो रेल डिब्बों के निर्माण के क्षेत्र में कदम रखेगी और साथ ही देश में लीथियम आयन बैटरी विनिर्माण की संभावना भी तलाशेगी। यहां संवाददाता सम्मेलन में मंत्री ने यह भी कहा कि फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ हाइब्रिड एंड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स इन इंडिया योजना के दूसरे चरण को सितंबर के बाद लागू किया जाएगा। उस समय तक पायलट चरण समाप्त हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि एफएएमई दो के क्रियान्वयन के लिए बजट में 9,300 करोड़ रुपए का प्रस्ताव किया गया है। इसमें चार्जिंग बुनियादी ढांचे के लिए 1,000 करोड़ रुपए शामिल है। भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्री ने कहा कि भेल तथा चार विदेशी कंपनियों के बीच संयुक्त उद्यम या सहयोग को लेकर मॉडल पर चर्चा की जा रही है। इसमें 20 प्रतिशत इक्विटी भेल के पास तथा 80 प्रतिशत उनके पास होगी।
उन्होंने कहा कि तापीय बिजली क्षेत्र में कम गुंजाइश को देखते हुए भेल मेट्रो कोच के विकास के क्षेत्र में दस्तक देने का प्रयास कर रही है। गीते ने कहा कि कई शहरों में मेट्रो के निर्माण में तेजी आई है और भेल इस क्षेत्र में प्रवेश कर रही है। साथ ही हमने भेल को देश में लीथियम आयन बैटरी के विनिर्माण की दिशा में प्रयास करने का निर्देश दिया है।