नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की इंजीनियरिंग कंपनी भेल (BHEL) ने सोमवार को बताया कि उसे नेशनल एल्युमिनियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (NALCO) से स्टीम और पावर प्लांट के लिए 450 करोड़ रुपये का एक ठेका प्राप्त हुआ है। यह ठेका नाल्को के ओडिशा में दामनजोड़ी स्थित 5वें एल्युमिना रिफाइनरी विस्तार परियोजना के तहत मिला है। इस ठेके के तहत 300टीपीएच को कोल फायर्ड बॉयलर, 18.5मेगावाट स्टीम टरबाइन जनररेटर और संबंधित सुविधाओं का निर्माण एवं परिचालन शामिल है।
भेल भारत की सबसे बड़ी पावर जनरेशन उपकरण निर्माता है। इसने पूरी दुनिया में 190000 मेगावाट क्षमता के पावर प्लांट को इंस्टॉल किया है। भेल पेट्रोकेमीकल्स, रिफाइनरी, फर्टिलाइजर, सीमेंट, स्टील, केमीकल्स, शुगर, पेपर आदि सभी प्रमुख उद्योगों को उनकी विशिष्ट स्टीम और पावर के लिए कस्टोमाइज्ड समाधान उपलब्ध कराती है।
अडानी ग्रीन ने चित्रकूट में शुरू किया सोलर प्लांट
अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने सोमवार को कहा कि उसने उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में 25 मेगावाट सोलर पावर प्लांट को चालू कर दिया है। अडानी सोलर एनर्जी चित्रकूट वन लिमिटेड द्वारा इस सोलर पावर प्लांट का संचालन किया जाएगा। इस प्लांट ने नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड के साथ 3.08 रुपये प्रति किलोवाट की दर से बिजली खरीद समझौता किया है। अडानी ग्रींस की कुल परिचालन नवीन ऊर्जा क्षमता बढ़कर 2975 मेगावाट हो गई है।
इस प्लांट को अडानी ग्रीन के अत्याधुनिक एनर्जी नेटवर्क ऑप्रेशन सेंटर से जोड़ा जाएगा, जो भारत के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित 80 से अधिक सोलर और विंड प्लांट्स की निरंतर निगरानी करता है। इस प्रोजेक्ट के चालू होने से अडानी ग्रींस की कुल रिन्यूऐबल क्षमता 14,795 मेगावाट हो गई है, जिसमें 11,820 मेगावाट क्षमता के लिए परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं।
अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के एमडी और सीईओ विनीत एस जैन ने कहा कि 2025 तक 25गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता हासिल करने की राह पर अडानी ग्रीन निरंतर आगे बढ़ रही है। हमारा लक्ष्य 2030 तक दुनिया की सबसे बड़ी रिन्यूएबल पावर कंपनी बनना है।