दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने कहा है कि वह आगामी स्पेक्ट्रम नीलामी में भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण यानि ट्राई द्वारा तय आधार मूल्य पर 5जी स्पेक्ट्रम नहीं खरीदेगी। दूरसंचार नियामक ने इसके लिए 492 करोड़ रुपये प्रति मेगाहर्ट्ज का आधार मूल्य तय किये जाने की सिफारिश की है।
भारती एयरटेल के भारत और दक्षिण एशिया कारोबार के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपाल विट्टल ने कहा कि 3.5 गीगाहर्ट्ज बैंड में ट्राई ने 100 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए 50,000 करोड़ रुपये मूल्य की सिफारिश की है। यह हम नहीं दे सकते। हमारा मानना है कि यह काफी ऊंचा है। इस मूल्य पर हम स्पेक्ट्रम नहीं खरीदेंगे।
भारती एयरटेल पर करीब 1.14 लाख करोड़ रुपये की देनदारी है। इसमें उच्चतम न्यायालय के अक्टूबर, 2019 के एजीआर पर फैसले से कंपनी पर 35,500 करोड़ रुपये का बकाया भी शामिल है। भारती एयरटेल के मुख्य वित्त अधिकारी बादल बागड़ी ने तिमाही नतीजों के दौरान कहा कि उद्योग अब खुद को बेहतर बना रहा है। मोबाइल कॉल और इंटरनेट दरों में बढ़ोतरी से स्थिति कुछ सुधरी है। हालांकि, इसमें अभी और वृद्धि की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उद्योग उम्मीद कर रहा है कि एजीआर मामले में कुछ अनुकूल नतीजे सामने आएंगे जो उद्योग की लंबी अवधि की वृद्धि के लिए जरूरी है।
साथ ही उन्होने कहा, कि दूरसंचार कंपनियों ने मोबाइल कॉल और इंटरनेट दरों में दिसंबर में वृद्धि की है लेकिन निवेश पर बेहतर रिटर्न के लिये दरों को और बढ़ाने की आवश्यकता है।