नई दिल्ली। दूरसंचार क्षेत्र में कड़ी प्रतिस्पर्धा का असर कंपनियों के मुनाफे पर दिख रहा है। क्षेत्र की प्रमुख कंपनी भारती एयरटेल का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 73.5 प्रतिशत घटकर 97 करोड़ रुपए रह गया। इससे पूर्व वित्त 2017-18 की इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 367 करोड़ रुपए था।
सुनील भारतीय मित्तल की अगुवाई वाली कंपनी की एकीकृत आय वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में 8.6 प्रतिशत घटकर 20,080 करोड़ रुपए रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 21,958 करोड़ रुपए थी। विश्लेषकों का अनुमान था कि जनवरी में टैरिफ कम करने और आईसीयू चार्ज कम होने की वजह से एयरटेल को घाटा होगा, जबकि हुआ इसका उल्टा।
कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (भारत और दक्षिण एशिया) गोपाल विट्टल ने एक बयान में कहा कि कीमतें अस्थिर बनी हुई हैं। हालांकि सामग्री को लेकर भागीदारी, बेहतर सुविधाओं तथा हैंडसेट को उन्नत करने के कार्यक्रम जैसे उपायों से डेटा उपयोग में सालाना आधार पर 355 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके अलावा होम ब्रॉडबैंड और एचडी कंटेंट में निवेश की वजह से नॉन-मोबाइल पोर्टफोलियो भी लगातार अच्छी ग्रोथ कर रहा है।
भारती एयरटेल के अनुसार कंपनी की भारत में आय अप्रैल-जून, 2018 को समाप्त तिमाही में 7 प्रतिशत घटकर 14,930 करोड़ रुपए रही। अफ्रीकी कारोबार में भी कंपनी को अच्छा मुनाफा हुआ है। अफ्रीका का शुद्ध राजस्व भी सालाना आधार पर 16.6 प्रतिशत बढ़ा है।