नई दिल्ली। फिनटेक कंपनी भारतपे ने उद्यम ऋण कंपनी एल्टेरिया कैपिटल और आईसीआईसीआई बैंक से 139 करोड़ रुपये का कोष जुटाया है। कंपनी इस राशि का इस्तेमाल अपनी ऋण कारोबार को मजबूत करने और व्यापारिक जगत को कर्ज उपलब्ध कराने के लिए करेगी। भारतपे की स्थापना अशनीर ग्रोवर और शास्वत नकरानी ने 2018 में की थी। भारतपे दुकानदारों को सभी यूपीआई ऐप मसलन पेटीएम, फोनपे, गूगल पे, भीम, मोबिक्विक, फ्रीचार्ज और अन्य के लिए एकल इंटरफेस उपलब्ध कराती है। साथ ही यह अपने मर्चेंट भागीदारों को कर्ज भी उपलब्ध कराती है। भारतपे के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अशनीर ग्रोवर ने पीटीआई-भाषा से कहा कि 90 करोड़ रुपये का कर्ज एल्टेरिया कैपिटल से और 49 करोड़ रुपये आईसीआईसीआई बैंक से जुटाए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमने आईसीआईसीआई बैंक से नौ प्रतिशत से कम की प्रतिस्पर्धी दरों पर कर्ज जुटाया है। हम आक्रामक तरीके से अपने ऋण खंड को आगे बढ़ा रहे हैं। फिलहाल हमारी ‘लोन बुक’ 400 करोड़ रुपये है।’’ उन्होंने कहा कि इस नए कोष के बाद हम मार्च, 2021 के अंत तक अपने ऋण को 700 से 750 करोड़ रुपये पर पहुंचाने की उम्मीद कर रहे हैं।
ग्रोवर ने कहा कि भारतपे ने 2020-21 में 1,000 करोड़ रुपये के ऋण वितरण का लक्ष्य रखा था। इसमें से 800 करोड़ रुपये का कर्ज हम वितरित कर चुके हैं। दिसंबर में ही भारतपे ने ऐलान किया था कि वह मर्चेंट यूपीआई भुगतान स्वीकृत करने वाली तीसरी सबसे बड़ी कंपनी बन गई है। भारत पे के मुताबिक नवंबर के दौरान कंपनी के जरिए 3334 करोड़ रुपये का लेन देन हुआ है।