नई दिल्ली। भारत-22 एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) के लिए सरकार को निवेशकों से 15,436 करोड़ रुपए की बोली मिली है। यह जुटाई जाने वाली राशि के दोगुना से भी अधिक है। भारत-22 ईटीएफ के जरिये सरकार ने 6,000 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा था।
अतिरिक्त अभिदान मिलने पर इसमें 2,400 करोड़ रुपए की बोली स्वीकार करने का विकल्प (ग्रीन शू ऑप्शन) था। इस एक्सचेंज ट्रेडेट फंड में 22 कंपनियों के शेयर शामिल हैं।
भारत-22 ईटीएफ के अनुवर्ती निर्गम का प्रबंधन कर रही आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने एक बयान में कहा कि कुल 6,000 करोड़ रुपए के निर्गम के लिए 2.57 गुना अभिदान मिला है। कुल 15,436 करोड़ रुपए की बोली और 1.2 लाख आवेदन आए हैं।
सरकार 2,400 करोड़ रुपए की अतिरिक्त बोली रखने के लिए ग्रीन शू ऑप्शन अपना सकती है। सरकार ने 19 जून को भारत-22 ईटीएफ पेश किया था। यह 22 जून को बंद हुआ। ईटीएफ में ओएनजीसी, आईओसी, एसबीआई, बीपीसीएल, कोल इंडिया, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियर्स इंडिया, एनबीसीसी, एनटीपीसी, एनएचपीसी, एसजेवीएन, गेल, पीजीसीआईएल, एनएलसी इंडिया, इंडियन बैंक तथा बैंक ऑफ बड़ौदा तथा नाल्को जैसी कंपनियां शामिल हैं।
निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन (दीपम) के सचिव अतनु चक्रवर्ती ने कहा कि हम भारत-22 ईटीएफ के अनुवर्ती निर्गम को मिली शानदार प्रतिक्रिया से खुश हैं, पेशकश के तहत निवेशकों की ओर से व्यापक भागीदारी देखने को मिली है।