नई दिल्ली। शाओमी ने इस साल की शुरुआत में मी8 की लॉन्चिंग के साथ कुछ स्मार्टफोन के लिए MIUI 10 सॉफ्टवेयर अपडेट जारी किया था। कंपनी ने MIUI 10 ग्लोबल बीटा पाने के लिए रेडमी नोट 5 और रेडमी नोट 5 प्रो सहित कुछ स्मार्टफोन के नामों की घोषणा की थी। शाओमी के MIUI पर चलने वाले फोन यूजर्स को स्टेबल वर्जन से बीटा वर्जन और बीटा वर्जन से स्टेबल वर्जन में स्विच करने की अनुमति देते हैं। इसके अलावा नए वर्जन से पुराने बीटा वर्जन पर भी वापस जाया जा सकता था। लेकिन अब कंपनी ने अपने दो लोकप्रिय हैंडसेट रेडमी नोट 5 और रेडमी नोट 5 प्रो के लिए इस पॉलिसी को बदल दिया है।
शाओमी द्वारा जारी की गई नई एंटी-रोलबैक पॉलिसी के मुताबिक रेडमी नोट 5 और रेडमी नोट 5 प्रो यूजर्स, जिन्होंने MIUI 10 ग्लोबल बीटा 8.7.6 को अपग्रेड कर लिया है, अब पुराने वर्जन पर वापस नहीं लौट सकते हैं। यदि वो ऐसा करते हैं तो वे अपने डिवाइस के लिए खतरा मोल लेंगे। कंपनी ने कहा है कि यदि फोन को MIUI 10 ग्लोबल बीटा 8.7.6 के साथ अपग्रेड कर दिया गया है तो अब उन्हें केवल फ्लैशिंग रोम के जरिये उच्च वर्जन में ही अपग्रेड किया जा सकेगा। रेडमी नोट 5 और रेडमी नोट 5 प्रो यूनिट जोकि MIUI 10 ग्लोबल बीटा 8.7.5 पर रन कर रहे हैं वे पुराने रोम पैकेज पर लौट सकते हैं।
शाओमी ने कहा है कि यह बदलाव डिवाइस की सुरक्षा को सुनिश्चित करने और सिस्टम स्टेबिलिटी को बनाए रखने के लिए किया गया है। कंपनी ने कहा है कि एक बार MIUI 10 रोम 8.7.6 के साथ अपग्रेड करने के बाद अपने रोम को पुराने रोम या स्टेबल रोम के साथ डाउनग्रेड करने की कोशिश न करें। कंपनी ने कहा है कि यदि कोई ऐसा करता है और डिवाइस में कोई परेशानी आती है तो मदद के लिए उसे तुरंत नजदीकी मी सर्विस सेंटर पर ले जाएं।
शाओमी की नई एंटी-रोलबैक पॉलिसी बिल्कुल गूगल की तरह है। गूगल ने भी अपने सभी नेक्सस और पिक्सल यूजर्स के लिए एंटी-रोलबैक पॉलिसी लागू की थी, जहां अपडेटेड डिवाइस को पुराने वर्जन के साथ डाउनग्रेड नहीं किया जा सकता था।