नई दिल्ली। कृषि से जुड़े उत्पाद बनाने वाली प्रमुख एवं बड़ी कंपनी बेस्ट क्रॉप साइंस ने गुरुवार को घोषणा की है कि उसे केंद्रीय कीटनाशक बोर्ड और पंजीकरण समिति से ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन टेक्नीकल यू/एस 9(3) के घरेलू स्तर पर विनिर्माण के लिए लाइसेंस हासिल हुआ है। इस नए उत्पाद के साथ बेस्ट क्रॉप साइंस भारत में ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन का निर्माण और विपणन करने वाली पहली एग्रोकेमिकल कंपनी बन जाएगी। ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन उच्च गुणवत्ता वाला कीटनाशक है, जिसकी घरेलू और उत्तरी अमेरिका, यूरोप, एशिया-पैसिफिक, दक्षिण अमेरिका मध्य पूर्व, अफ्रीका जैसे वैश्विक बाजारों में भारी मांग है।
भारत में ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन का बाजार वर्तमान में 400 करोड़ रुपये के करीब होने का अनुमान है। इसका उपयोग अनाज, धान की फसलों, सब्जियों और फल जैसे टमाटर, अंगूर, आम, मिर्च एवं गेहूं में फंगल रोगजनकों को रोकने के लिए किया जाता है। भारत में फंगस को दूर करने के लिए ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन की मांग बहुत अधिक है।
ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन टेक्निकल के पास फंगल पौधों की बीमारियों को नियंत्रित करने की बेहतर क्षमता है। खाद्य सुरक्षा की बढ़ती आवश्यकता के बारे में बात करते हुए बीसीएस के मैनेजिंग पार्टनर विमल अलावधी ने कहा कि हम फसल रोग के प्रभावी प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का इरादा रखते हैं, इस उत्पाद को लागत प्रभावी बनाकर दुनिया भर में किसानों की उपज और लाभदायक में सुधार करते हैं। सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ, नए उत्पाद पोर्टफोलियो के हिस्से के रूप में ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन सर्वश्रेष्ठ फसल विज्ञान के लिए बड़े बाजारों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
मेक इन इंडिया अभियान में सक्रिय योगदान देते हुए हम भारत में किसानों के जीवन और आय के उत्थान के मिशन से प्रेरित हैं। हम निरंतर उत्पादकता के लिए अनुसंधान-आधारित, पिछड़े एकीकृत फसल समाधान देने पर केंद्रित हैं।
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