नई दिल्ली। सरकारी बैंकों में केंद्र सरकार जो पैसा डाल रही है उसका फायदा बैंकों के साथ आम जनता को भी मिलेगा। गुरुवार को केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने बैंक रीकैपिटलाइजेशन से आम जनता को होने वाले फायदों के बारे में जानकारी दी। वित्त मंत्रालय ने बताया कि बैंकों में पूंजी डालने का मकसद बैंकिंक व्यवस्था को मजबूत करना तो है ही साथ में देश की जनता को इसका फायदा पहुंचाना भी है।
10 दिन में वापस होगा सेंधमारी का पैसा
वित्त मंत्रालय के मुताबिक सरकारी बैंक के खाते से बिना खाताधारक की जानकारी के किसी भी तरह की इलेक्ट्रोनिक ट्रांजेक्शन के जरिए अगर पैसा कटता है तो वह पैसा अब 10 दिन में वापस हो जाएगा।
5 किलोमीटर के दायरे में बैंकिंग सेवा
वित्त मंत्रालय के मुताबिक सरकार का मकसद है कि देश के हर गावं के 5 किलोमीटर के दायरे में बैंकिंग सेवा उपलब्ध हो और इसी मकसद की पूर्ति कि लिए बैंकों में पूंजी डाली जा रही है।
मोबाइल ATM और मोबाइल एप
वित्त मंत्रालय के मुताबिक सरकारी बैंकों में पूंजी डालने से देशभर में बैंकिंग व्यवस्था में मजबूती मिलेगी। सरकार का मकसद है कि देश के जिन जिलों में ATM की सेवा ज्यादा नहीं हो वहां बैंक मोबाइल ATM की सुविदा दें साथ में बैंकिंग आउटलेट की जानकारी मुहैया कराने के लिए मोबाइल एप विकसित करें।
छोटे उद्योगों को आसानी से कर्ज
वित्त मंत्रालय के मुताबिक सरकारी बैंकों में पूंजी डाली जाने से बैंकों को कर्ज देने में आसानी होगी। खासकर छोटे और मझोले उद्योग (MSME) आसानी से और ज्यादा तेजी से कर्ज उपलब्ध हो सकेगा।