नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में बैंकों के समूह ने विजय माल्या पर शिकंजा और कड़ा करने की कवायद शुरू कर दी है। बैंकों के समूह ने कहा है कि कर्ज वसूली अधिकरण (डीआरटी) के समक्ष विजय माल्या मामले में पक्षकार बनाने के लिए डच बीयर निर्माता हेनीकेन की याचिका पर वह आपत्ति याचिका दाखिल करेगा।
एसबीआई के वरिष्ठ वकील नागानंद ने डीआरटी के पीठासीन अधिकारी सी आर बेनाकनाहल्ली के समक्ष अनुरोध में कहा, हम विजय माल्या मामले में पक्षकार बनाने की मांग करने वाली हेनीकेन की याचिका पर कल आपत्ति दाखिल करेंगे।
हेनीकेन ने 18 जून को मामले में खुद को पक्षकार बनाने और यूबीएल शेयरों पर पहली अस्वीकृति के अधिकार हासिल करने के लिए अनुमति मांगी थी। पहली अस्वीकृति का अधिकार (राइट ऑफ फस्र्ट रिफ्यूजल) शेयरधारकों के बीच एक अनुबंध शर्त होती है जो अमूमन एसोसिएशन के अनुच्छेदों में शामिल है।
लंदन में बुक लॉन्च में दिखे विजय माल्या, पता चलते ही कार्यक्रम छोड़कर चले गए भारत के हाई कमिश्नर
Run If You Can: विजय माल्या अब हैं भगोड़ा अपराधी, ब्रिटेन से प्रत्यर्पण के लिए रास्ता हुआ आसान