नई दिल्ली। 26 और 27 सितंबर को लगभग 4 लाख बैंक कर्मचारियों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जाने और अवकाश की वजह से अधिकांश बैंक 26 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर के बीच पांच दिन बंद रहेंगे। सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों के विलय के विरोध में चार बैंक कर्मचारी संगठनों ने दो दिवसीय राष्ट्रीय हड़ताल का आह्वान किया है।
26 और 27 सितंबर को हड़ताल के कारण बैंकों में कामकाज बंद रहेगा। इसके बाद 28 व 29 सितंबर को क्रमश: चौथे शनिवार और रविवार की वजह से बैंकों में अवकाश रहेगा। 30 सितंबर को अर्द्धवार्षिक लेखाबंदी के कारण बैंकों में आधे दिन ही काम होगा। एक अक्टूबर को बैंक खुलेंगे लेकिन 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के उपलक्ष्य में बैंकों में अवकाश रहेगा।
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन (एआईबीओसी) के तमिलनाडु यूनिट के सचिव आर सेकरन ने कहा कि 26 व 27 सितंबर को चार संगठनों के 4 लाख कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। हम सार्वजनिक बैंकों के विलय का विरोध कर रहे हैं क्योंकि यह आम जनता के हितों के खिलाफ है।
उन्होंने दावा किया कि बैंकों में हड़ताल होने की वजह से प्रति दिन 48,000 करोड़ रुपए का लेनदेन प्रभावित होगा। इतना ही नहीं बैंक हड़ताल की वजह से कई एटीएम भी खाली हो सकते हैं। चान बैंक संगठनों ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन, इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस और नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स ने इस हड़ताल का आह्वान किया है। साथ ही बैंक यूनियनों ने बैंकों के एकीकरण की इस योजना के खिलाफ नवंबर के दूसरे सप्ताह से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की भी धमकी दी है।