Monday, November 25, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. बैंक यूनियनों ने 7,000 डिफॉल्टर के नाम सार्वजनिक करने की दी धमकी

बैंक यूनियनों ने 7,000 डिफॉल्टर के नाम सार्वजनिक करने की दी धमकी

अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) ने जानबूझकर कर्ज नहीं लौटाने वाले 7,000 से अधिक कॉर्पोरेट ऋणधारकों के नाम सार्वजनिक करने की धमकी दी है।

Dharmender Chaudhary
Published on: July 17, 2016 16:10 IST
बैंक यूनियनों ने 7,000 डिफॉल्टर के नाम सार्वजनिक करने की दी धमकी, जानबूझकर नहीं लौटाया 70,000 करोड़ रुपए- India TV Paisa
बैंक यूनियनों ने 7,000 डिफॉल्टर के नाम सार्वजनिक करने की दी धमकी, जानबूझकर नहीं लौटाया 70,000 करोड़ रुपए

अहमदाबाद। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) ने जानबूझकर कर्ज नहीं लौटाने वाले 7,000 से अधिक कॉर्पोरेट ऋणधारकों के नाम सार्वजनिक करने की धमकी दी है। संघ के मुताबिक इन लोगों ने बैंकों पर करीब 70,000 करोड़ रुपए का चूना लगाया है। कर्मचारी संघों ने इनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करने की भी मांग की है। एआईबीईए महासचिव सी.एच. वेंकटाचलम ने यह भी बताया कि 29 जुलाई को बैंकों के 10 लाख कर्मचारी और अधिकारी एक दिन की हड़ताल पर जायेंगे। यह हड़ताल सरकार की जन विरोधी बैंकिंग सुधारों को आगे बढ़ाने के खिलाफ होगी।

यह भी पढ़ें- घर और कार खरीदने के लिए प्राइवेट बैंकों से ज्‍यादा लोन ले रहे हैं लोग, सरकारी बैंकों का घट रहा है कारोबार

वेंकटचलम ने कहा, जानबूझकर कर्ज नहीं लौटाने वाले इन लोगों ने किसी काम के लिए कर्ज लिया लेकिन इसका अन्यत्र इस्तेमाल कर दुरुपयोग किया। करीब 7,000 करोड बड़ी कंपनियां हैं जिन्होंने बैंकों का 70,000 करोड़ रुपए जानबूझकर नहीं लौटाया है। हम अगले कुछ दिनों में इनके नाम सार्वजनिक कर देंगे।

यह भी पढ़ें- Renovation Loan: पुराने घर की मरम्‍मत के लिए भी बैंक देते हैं होमलोन, सस्‍ते कर्ज के लिए इन बातों का रखें ध्‍यान

वेंकटचलम ने ऐसे लोगों पर कारवाई के मामले में धीमी गति से आगे बढ़ने पर सरकार की आलोचना की है। हमारा मानना है कि सरकार इनके प्रति नरम रवैया अपना रही है। हम जानना चाहते हैं कि ऐसे लोगों के खिलाफ आपराधि कारवाई क्यों नहीं की जा रही है, केवल दिवानी मामले ही दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने सरकार से अपील की है कि जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने को आपराधिक जुर्म घोषित किया जाये और इसके खिलाफ आपराधिक कारवाई कर उनकी संपत्ति कुर्क कर धन की वसूली की जानी चाहिए।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement