कोलकाता। बैंक से जुड़ा कोई जरूरी काम हो तो उसे इस हप्ते निपटा ले क्योंकि अगले हफ्ते बैंक कर्मचारी हड़ताल पर जा रहे हैं। हालांकि ये हड़ताल एक दिन की ही होगी। देश में बैंक कर्मचारियों की यूनियों के संगठन युनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियन्स (UFBU) ने 22 अगस्त मंगलवार को देशव्यापी हड़ताल का फैसला किया है। केंद्र सरकार की तरफ से बैंकिंग सेक्टर में सुधार के लिए जो प्रस्ताव है उस प्रस्ताव के विरोध में इस हड़ताल को किया जा रहा है।
UFBU के पश्चिम बंगाल के प्रभारी सिद्धार्थ खान ने कहा कि केंद्र सरकार बैंकिंग सेक्टर के सुधार के नाम पर बैंकों के निजीकरण को बढ़ावा दे रही है जिसका वह विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बैंक बोर्ड ब्यूरो का गठन किया है जिसकी बैंकिंग इनवेस्टमेंट कंपनी के दायरे में सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंक आएंगे। उन्होंने बताया कि इससे सरकारी बैंकों में सरकार की हिस्सेदारी 50 फीसदी से कम हो जाएगी।
UFBU ने बैंकों के डूबते कर्ज (NPA) के बढ़ते आंकड़े पर भी चिंता जताई और कहा कि सरकारी बैंकों का करीब 6.83 करोड़ रुपया NPA घोषित हो चुका है जो बैंकिंग व्यवस्था के लिए चिंता का विषय है क्योंकि इससे बैंकों की सेहत लगातार खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि डूबते लोन को रिकवर करने के लिए बैंकों की तरफ से बहुत कम प्रयास हो रहे हैं।