वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को बैंकों के मेगा मर्जर प्लान के दूसरे चरण को आगे बढ़ाते हुए कई बड़े ऐलान किए। बैंकों के मर्जर की घोषणा के बाद अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) के महासचिव सीएच वेंकटचलम ने कहा कि भारत में हमें मेगा बैंकों और मेगा विलय की आवश्यकता नहीं है। हम एक विशाल देश हैं और लाखों ग्रामीणों के पास बैंकिंग सुविधा नहीं है। बैंक कर्मचारी शनिवार को सरकार के इस फैसले का देशभर में बड़े पैमाने पर विरोध करेंगे। हम इसके खिलाफ लड़ेंगे।
शुक्रवार को वित्त मंत्री ने बड़ी घोषणा करते हुए पंजाब नेशनल बैंक में ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉर्मस, यूनाइटेड बैंक के विलय की घोषणा की। PNB के साथ ओरिएंटल बैंक और यूनाइटेड बैंक का विलय होने के बाद यह देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक बन जाएगा जिसका कारोबार 18 लाख करोड़ रुपए होगा और देश में इसका दूसरा सबसे बड़ा ब्रांच नेटवर्क होगा।
केनरा बैंक के साथ सिंडिकेट बैंक का विलय होने के बाद यह देश का चौथा सबसे बड़ा सरकारी बैंक होगा, जिसका कुल कारोबार 15.2 लाख करोड़ रुपए होगा और इस बैंक का देश में तीसरा सबसे बड़ा ब्रांच नेटवर्क होगा। दोनो बैंकों के मिलाकर देशभर में लगभग 90 हजार कर्मचारी होंगे।
यूनियन बैंक के साथ आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का विलय होने जा रहा है। इस विलय के बाद जो बैंक बनेगा वह देश का पांचवां सबसे बड़ा सरकारी बैंक होगा। बनने वाले बैंक का कुल कारोबार 14.6 लाख करोड़ रुपए का होगा और इसका देशभर में चौथा सबसे बड़ा ब्रांच नेटवर्क होगा, देशभर में इस बैंक की कुल 9609 शाखाएं होंगी।
इंडियन बैंक के साथ इलाहाबाद बैंक का विलय होने जा रहा है और इस विलय के बाद यह देश का सातवां सबसे बड़ा बैंक होगा जिसका कुल कारोबार 8.08 लाख करोड़ रुपए होगा। विलय के बाद बनने वाले बैंक की देशभर में कुल 6104 शाखाएं होंगी और कर्मचारियों की संख्या 42814 होगी।