नई दिल्ली। बैंक अधिकारियों के संगठन अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (AIBOC) ने एक अप्रैल तक सभी दिन बैंक शाखाओं को खुला रखने के भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के फैसले पर विरोध जताया है। RBI ने वित्त वर्ष की समाप्ति नजदीक आने पर सरकारी कर संग्रह की सुविधा के लिए एक अप्रैल तक बैंकों को अपनी शाखाएं छुट्टी के दिन भी खुली रखने को कहा है।
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AIBOC ने एक बयान में कहा है कि,
हमारे विचार में वित्त वर्ष की समाप्ति से एक सप्ताह पहले सभी दिन बैंक शाखाओं को खुला रखने की कोई आवश्यकता नहीं है। 25 मार्च से 31 मार्च 2017 के बीच चार पूर्ण कार्यदिवस उपलब्ध हैं जो कि सरकारी कर संग्रह के लिए काफी हैं। ऐसे में बैंकों को अवकाश के दिन भी खोले रखना जरूरी नहीं लगता।
AIBOC ने RBI के गवर्नर उर्जित पटेल को भेजे एक पत्र में कहा है कि केंद्रीय बैंक की इस अधिसूचना के कारण बैंक कर्मचारी 25 मार्च से एक अप्रैल के बीच पड़ने वाले नवरात्री, उगाडी, गुडी परवा और कई अन्य त्यौहार नहीं मना पायेंगे। अधिकारी संगठन ने पत्र में कहा है, यह हमारे सदस्यों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के समान है जिन्होंने नोटबंदी के दौरान काफी दबाव में रहकर काम किया। अधिकारी संगठन ने कहा कि RBI की देर रात जारी इस अधिसूचना के बारे में कई लोगों को जानकारी ही नहीं है ऐसे में देश भर में कई शाखाओं में आज कर संग्रह शून्य रहा है।
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RBI ने कल देर रात जारी वक्तव्य में सभी बैंकों को सलाह दी है कि वह सरकारी लेनदेन करने वाली अपनी सभी शाखाओं को सरकारी भुगतान और प्राप्ति की सुविधा के लिये शनिवार, रविवार और सभी अवकाश सहित चालू वित्त वर्ष के शेष सभी दिनों और एक अप्रैल 2017 को खुला रखें।