नई दिल्ली। सरकारी क्षेत्र के बैंक आफ इंडिया (बीओआई) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले तीन गुणा से भी अधिक बढ़कर 843.60 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। बैंक पर फंसे कर्ज का बोझ कम होने से मुनाफे में यह वृद्धि हासिल की गई। शेयर बाजारों को भेजी नियामकीय सूचना में बीओआई ने कहा की अप्रैल से जून 2020 की तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर एक साल पहले के 11,527 करोड़ रुपये से बढ़कर 11,942 करोड़ रुपये हो गई।
संपत्ति के मोर्चे पर बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) 30 जून 2020 को घटकर 13.91 प्रतिशत रह गई। एक साल पहले इसी अवधि में यह 16.50 प्रतिशत पर थी। वहीं शुद्ध एनपीए भी आलोच्य अवधि में 5.79 प्रतिशत से घटकर 3.58 प्रतिशत रह गया। एनपीए घटने से बैंक का फंसे कर्ज के एवज में किया जाने वाला प्रावधान चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 766.62 करोड़ रुपये रह गया जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 1,873.28 करोड़ रुपये था। आलोच्य तिमाही में आकस्मिक व्यय और विभिन्न प्रावधान राशि में भी कमी आई है। एक साल पहले जहां कुल 1,912 करोड़ इस मद में रखे गये थे इस तिमाही में यह राशि कम होकर 1,512.07 करोड़ रुपये रह गई।