नयी दिल्ली। बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) ने 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में 266.37 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। फंसे कर्ज के लिए प्रावधान में गिरावट से उसका मुनाफा बढ़ा है। एक साल पहले की जुलाई-सितंबर अवधि में बैंक को 1,156.25 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि दूसरी तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 11,985.50 करोड़ रुपए हो गई। 2018-19 की इसी तिमाही में उसकी आय 10,800.24 करोड़ रुपए थी। फंसे कर्ज के लिए प्रावधान सितंबर तिमाही में कम होकर 1,452.09 करोड़ रुपए रह गया। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 3,343.27 करोड़ रुपये था। सितंबर 2019 के अंत तक बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) कम होकर सकल कर्ज के 16.31 प्रतिशत पर आ गयीं। 30 सितंबर 2018 को यह आंकड़ा 16.36 प्रतिशत पर था।
बैंक का शुद्ध एनपीए भी 7.64 प्रतिशत से गिरकर 5.77 प्रतिशत पर आ गया। मूल्य के आधार के संदर्भ में, बैंक का सकल एनपीए सितंबर तिमाही के अंत तक 61,475.60 करोड़ रुपए के पूर्वस्तर पर रहा। तिमाही के अंत में बैंक का प्रावधान कवरेज अनुपात 77.12 प्रतिशत पर रहा।