नई दिल्ली। ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन (एआईबीईए) ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पांच सहायक बैंकों कर्मचारियों के सर्विस करार के उल्लंघन के विरोध में 8 जनवरी यानि कि कल राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। एसबीआई के पांच सहायक बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक आफ हैदराबाद और स्टेट बैंक आफ बीकानेर एंड जयपुर शामिल हैं। इस हड़ताल में करीब 3.40 लाख कर्मचारी शामिल होंगे।
सर्विस करार के उल्लंघन में हड़ताल
एआईबीईए ने एक बयान में कहा है कि एसबीआई की निरंतर श्रम विरोधी कार्रवाइयों की वजह से यह निर्णय लिया गया है जो एसबीआई की सेवा शर्तों को सहायक बैंकोंं पर थोपने का प्रयास कर रहा हैं। एआईबीईए के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने बयान में कहा कि एसबीआई के पांच सहायक बैंकोंं की ओर से द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन किए जाने के विरोध में हड़ताल का आह्वान किया गया है। इन बैंकों की ओर से कर्मचारियों पर एकतरफा सेवा शर्तें थोपने का प्रयास किया जा रहा है। देश में अब बैंक हड़ताल आम हो गई है। कभी आरबीआई के कर्मचारी कभी बैंकोंं के कर्मचारी हड़ताल पर चले जाते हैं।
इससे पहले आरबीआई कर्मचारियों ने की थी हड़ताल
छह साल में पहली बार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के कर्मचारी 19 नवंबर को एक दिन की हड़ताल पर थे। आरबीआई के यूनियन में 17000 कर्मचारी है। कर्मचारी सेंट्रल बैंक की ओर से किए गए कई सुधार उपायों का विरोध कर रहे हैं। इसके साथ ही बेहतर रिटायरमेंट बेनीफिट की भी मांग कर रहे है। इस हड़ताल से बैंकों के कामकाज प्रभावित हुआ था। इससे चेक क्लीयरेंस और फॉरन करेंसी ट्रांजेक्शन बाधित हो गई थी। हालांकि, आरटीजीएस सुविधाएं चालू रहीं।