नई दिल्ली। बैंकों का ऋण 26 फरवरी, 2021 को समाप्त पखवाड़े में सालाना आधार पर 6.63 प्रतिशत बढ़कर 107.75 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान बैंकों के पास जमा राशि 12.06 प्रतिशत बढ़कर 149.34 लाख करोड़ रुपये रही। रिजर्व बैंक के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। पिछले साल 28 फरवरी, 2020 को समाप्त पखवाड़े के दौरान बैंकों का ग्राहकों को दिया गया कर्ज 101.05 लाख करोड़ रुपये और उनके पास जमा 133.26 लाख करोड़ रुपये रही थी।
आंकड़ों के अनुसार 12 फरवरी, 2021 को समाप्त पखवाड़े में बैंकों का ऋण 6.58 प्रतिशत बढ़कर 107.04 लाख करोड़ रुपये और जमा 11.75 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 147.81 लाख करोड़ रुपये पर थी। केयर रेटिंग्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि समीक्षाधीन पखवाड़े में बैंकों के ऋण की वृद्धि दर स्थिर रही है। विश्लेषकों का कहना है कि खुदरा ऋण बढ़ने से बैंकों के कुल ऋण कारोबार में बढ़ोतरी हुई है। एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की पांच मार्च को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंकों के खुदरा ऋण में अभी और वृद्धि होगी। अभी यह वृद्धि नौ प्रतिशत है। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह में बैंकों के ऋण की वृद्धि 3.2 प्रतिशत रही है। इस दौरान बैंकों की जमा में 8.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
अर्थव्यवस्था में रिकवरी के साथ ही बैंक लगातार कोशिश कर रहे हैं कि उनके कर्ज कारोबार में बढ़त दर्ज हो। महामारी की वजह से कर्ज बांटने में सुस्ती आई थी हालांकि इस वक्त बैंक जमा पर अपने ग्राहकों को ब्याज चुका रहे थे। आय को बेहतर बनाने के लिए ही बैंकों ने कर्ज बांटने पर अपना जोर बढ़ाया है।