नई दिल्ली। कोलकाता के बंधन बैंक ने बताया कि उसने अपने प्रस्तावित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के समक्ष ड्रॉफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल कर दिया है। आईपीओ के जरिये आम निवेशक भी बैंक के शेयर खरीदकर उसके हिस्सेदार बन सकते हैं।
प्रस्तावित आईपीओ के तहत बैंक 10 रुपए अंकित मूल्य के 11,92,80,494 इक्विटी शेयर की पेशकश करेगा। आईपीओ में 9,76,63,910 ताजा इक्विटी शेयर शामिल होंगे। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) 1,40,50,780 शेयर तथा आईएफसी एफआईजी इनवेस्टमेंट कंपनी 75,65,804 शेयर तक की बिक्री करेगी। इन इक्विटी शेयरों को बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) में सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है।
इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स में कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लि., एक्सिस कैपिटल लि., गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्युरिटीज प्रा. लि., जेएम फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशनल सिक्यूरिटीज लि. और जेपी मॉर्गन इंडिया प्रा. लि. शामिल हैं। मर्चेंट बैंकिंग सूत्रों के मुताबिक इस आईपीओ को अब तक का बैंकिंग सेक्टर का सबसे बड़ा आईपीओ माना जा रहा है। बैंक की इस आईपीओ के जरिये 4,000 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है।
बंधन बैंक के एमडी और सीईओ सीएस घोष ने कहा कि आईपीओ लाने का समय नियामकीय मंजूरियां मिलने और बाजार की स्थितियों को देखने के बाद तय किया जाएगा। बंधन पहली ऐसी माइक्रोफाइनेंस कंपनी है जिसे 2015 में यूनिवर्सल बैंकिंग लाइसेंस हासिल हुआ था। आरबीआई के दिशा-निर्देशों के तहत कोई भी बैंक अपने बैंकिंग ऑपरेशन को शुरू करने की दिनांक से तीन साल के भीतर अपने आप को शेयर बाजार में लिस्टेड करवा सकता है।