नई दिल्ली: कोरोना वायरस की दवाई अब आप मात्र 85 रुपए में खरीद सकते है। महामारी के इस दौर में जहां इस वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन की कमी है ऐसे समय में यह खबर लोगों के लिए राहत देने वाली है। दवा निर्माता कंपनी बाल फार्मा ने सोमवार को कहा कि उसने कोविड-19 इलाज के लिए घरेलू बाजार में बालफ्लू ब्रांड नाम से एंटीवायरल दवा फैविपिराविर उतारी है। बेंगलुरु की कंपनी ने बताया कि यह दवा 400 एमजी के टैबलेट के रूप में मिलेगी। इसकी कीमत 85 रुपए प्रति टैबलेट रखी गयी है।
फैबिपिराविर का इस्तेमाल कोविड-19 के हल्के से मध्यम संक्रमण वाले मरीजों के इलाज में किया जा रहा है। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि बालफ्लू का इस्तेमाल 53 तरह के इंफ्लुएंजा विषाणुओं के इलाज में भी किया जा सकता है। भारतीय औषध महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने कोविड के इलाज के लिए आपात इस्तेमाल को लेकर बालफ्लू को मंजूरी दे दी है।
भारत में स्पुतनिक-वी टीके का उत्पादन शुरू
रुस के निवेश कोष रसियन डारेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) और भारत की दवा कंपनी पैनेसिया बायोटेक ने सोमवार को भारत में स्पुतनिक-वी कोरोना वायरस टीके का उत्पादन शुरू करने की घोषणा की। पैनेसिया बायोटेक के हिमाचल प्रदेश के बद्दी कारखाने में तैयार की गई कोविड19 के स्पूतनिक-वी टीके की पहली खेप रूस के गामालेया केन्द्र भेजा जायेगा जहां इसकी गुणवत्ता की जांच परख होगी।
आरडीआईएफ और पैनेसिया बायोटेक ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि पूर्ण स्तर पर उत्पादन इन गर्मियों में ही शुरु होने की उम्मीद है। बयान में कहा गया है कि अप्रैल में आरडीआईएफ और पैनेशिया ने स्पुतनिक-वी टीके की सालाना 10 करोड़ खुराक का उत्पादन करने पर सहमति जताई थी। आरडीआईएफ के मुख्य कार्यकारी किरिल्ल डमित्रिव ने कहा, ‘‘पैनेशिया बायोटेक के साथ मिलकर भारत में उत्पादन की शुरुआत देश को महामारी से लड़ने में मदद की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ’’
उन्होंने कहा कि स्पुतनिक-वी टीके का उत्पादन शुरू होने से भारत को कोरोना वायरस महामारी के संकटपूर्ण दौर से निकालने के सरकार के प्रयासों को समर्थन मिलेगा। बाद में टीके का दूसरे देशों को निर्यात भी किया जा सकेगा ताकि दुनिया के अन्य देशों में भी महामारी के प्रसार को रोका जा सके।
टीके के उत्पादन की शुरुआत पर पैनेशिया बायोटेक के प्रबंध निदेशक राजेश जैन ने कहा, ‘‘स्पुतिनक-वी का उत्पादन शुरू होना एक महत्वपूर्ण कदम है। आरडीआईएफ के साथ मिलकर हम उम्मीद करते हैं देश के लोग फिर से सामान्य स्थिति महसूस कर सकें साथ ही दुनिया के देशों में भी स्थिति सामान्य करने में मदद मिलेगी।’’ स्पुतनिक वी को भारत में 12 अप्रैल 2021 को आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति के साथ पंजीकृत किया गया। इसके साथ ही कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये 14 मई से टीकाकरण अभियान में इसका इस्तेमाल भी शुरू कर दिया गया।