नयी दिल्ली। देश अभी कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ ही रहा था कि कोविड से ठीक हुए रोगियों को और भी घातक संक्रमण ब्लैक फंगस ने चपेट में ले लिया। दिल्ली जैसे शहर में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या 600 से अधिक है। यही हाल देश के दूसरे राज्यों में भी है।
इस बीच भारतीय दवा कंपनी बजाज हेल्थकेयर ने शुक्रवार को कोविड-19 रोगियों में म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) के इलाज में उपयोगी दवा पॉसाकोनाजोल की पेशकश की है। बाजार हेल्थकेयर ने शेयर बाजार को बताया कि कंपनी को खाद्य एवं दवा प्रशासक (एफडीए) गांधी नगर, गुजरात से म्यूकोर्मिकोसिस के इलाज के लिए पॉसाकोनाजोल के विनिर्माण और विपणन की अनुमति मिल गई है। कंपनी ने बताया कि वह जून 2021 के पहले सप्ताह से अपना व्यावसायिक उत्पादन शुरू करेगी।
स्ट्राइड्स, टीएलसी ने ब्लैक फंगस की दवा के लिए साझेदारी की
स्ट्राइड्स फार्मा साइंस और ताइवान स्थित दवा कंपनी टीएलसी ने म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी को भारत में पेश करने के लिए साझेदारी की है। स्ट्राइड्स और टीएलसी ने गुरुवार को एक संयुक्त बयान में कहा कि केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने टीएलसी की लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन 50एमजी के भारत में आयात और इस्तेमाल को मंजूरी दी है। स्ट्राइड्स के सीईओ और एमडी आर अनंतनारायणन ने कहा, ‘‘सीडीएससीओ से यह मंजूरी हमें भारत में उत्पाद के तुरंत आयात और वितरण में मदद करेगी और इससे कोविड-19 से संबंधित म्यूकोर्मिकोसिस के मामलों में अभूतपूर्व बढ़ोतरी से पैदा हुए संकट में कमी आएगी।’