नई दिल्ली। वित्तीय सेवा कंपनी बजाज फाइनेंस लिमिटेड ने अपने डॉक्टर लोन खंड में 55 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की है। यह खंड उनके पेशेवर ऋण पोर्टफोलियो का हिस्सा है और यह 2016 के सितंबर के 95 करोड़ रुपए से बढ़कर 2017 के मार्च में 148 करोड़ रुपए हो गया।
इसी छह महीने में इसका ऑनलाइन वितरण, जो कि कुल वितरण का 25 प्रतिशत है, दोगुना होकर 8.65 करोड़ रुपए से 16.47 करोड़ रुपए हो गया। कंपनी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि भारत में डॉक्टर लोन खंड का मासिक वितरण 500 करोड़ रुपए मूल्यांकित किया गया है और इसमें बजाज फाइनेंस लिमिटेड की बाजार हिस्सेदारी 35 प्रतिशत है। बजाज फिनसर्व लिमिटेड की ऋण देने वाली इकाई बजाज फाइनेंस ने वित्त वर्ष 2017-18 में डॉक्टर लोन खंड में 70 प्रतिशत की वृद्धि का लक्ष्य रखा है।
बजाज फाइनेंस लिमिटेड के प्रोफेशनल लोन खंड ने पिछले साल के मुकाबले वित्त वर्ष 2017 में 56 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है, जिसमें वित्त वर्ष 2017 की चौथी तिमाही में 424 करोड़ रुपए का वितरण हुआ है। कंपनी ने इस खंड में अपने भौगोलिक प्रसार को 115 से बढ़ाकर 140 स्थानों तक पहुंचा दिया है। कुल प्रोफेशनल लोन खंड में डॉक्टर्स, चार्टर्ड एकाउंटेंट्स और इंजीनियर्स शामिल हैं और इसे 750 करोड़ रुपए मूल्यांकित किया गया है।
डॉक्टर लोन खंड के तहत, सबसे बड़ा उपखंड ऐसे डॉक्टरों का है जिन्होंने पोस्ट-ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है और इनका हिस्सा डॉक्टरों को कुल वितरित लोन में 37 प्रतिशत है। अगला सबसे बड़ा उपखंड एमबीबीएस डॉक्टरों का है, जिनका हिस्सा 33 प्रतिशत से कुछ अधिक है और इनके बाद 17 प्रतिशत हिस्सेदारी डेंटिस्ट का है।
आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि अनुभव के मामले में 10 से 15 साल के अनुभव वाले डॉक्टरों का सर्वाधिक 23 प्रतिशत हिस्सा है और इसके बाद 20 से अधिक वर्षों के अनुभव वाले डॉक्टरों का स्थान आता है। डॉक्टर 30 लाख रुपये तक के ऋण का लाभ उठा सकते हैं, जो कि देश में किसी भी ऑनलाइन प्रोवाइडर द्वारा दी जाने वाली उच्चतम ऋण राशि है। इसके अतिरिक्त, इन ऋणों का लाभ उठाने के लिए उन्हें कोई गारंटर या कोलैटरल उपलब्ध कराने की आवश्यकता नहीं है।