नई दिल्ली। प्राइवेट सेक्टर के Axis Bank (एक्सिस बैंक) ने जैसपर इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड की सहयोगी कंपनी फ्रीचार्ज पेमेंट टेक्नोलॉजीज लिमिटेड की शत प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद ली है, जो फ्रीचार्ज नाम की डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म चलाती है। कंपनी ने गुरुवार को एक बयान में यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक यह सौदा पूर्ण नगदी में 385 करोड़ रुपए में हुआ है।
Axis Bank की प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी शिखा शर्मा ने कहा कि फ्रीचार्ज का अधिग्रहण वित्तीय सेवाओं के डिजिटलीकरण की यात्रा का नेतृत्व करने के एक्सिस बैंक के दृढ़ संकल्प की दोबारा पुष्टि करता है। हमें उम्मीद है कि भारत के डिजिटल और मोबाइल फर्स्ट युवा उपभोक्ताओं को सेवा देने की हमारी आकांक्षा में फ्रीचार्ज का महत्वपूर्ण योगदान होगा। बयान में, हालांकि यह जानकारी नहीं दी गई कि इस सौदे को कितनी रकम में तय किया गया है।
स्नैपडील के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुणाल बहल ने कहा कि Axis Bank फ्रीचार्ज का संयोजन डिजिटल भुगतान और बैंकिंग क्षेत्र पर बड़ा प्रभाव डालने की क्षमता रखता है। इस सौदे से स्नैपडील को अपने मुख्य ई-कॉमर्स कारोबार पर आगे ध्यान देने की सुविधा मिलेगी, जबकि एक्सिस बैंक को भारत में वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में सबसे अभिनव प्रौद्योगिकी क्षमता मिलेगी।
ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील ने साल 2015 में फ्रीचार्ज का अधिग्रहण किया था। फ्रीचार्ज एक अखिल भारतीय डिजिटल भुगतान कंपनी है जिसके 5 करोड़ से अधिक पंजीकृत वॉलेट उपयोगकर्ता और 2,00,000 से अधिक व्यापारी ग्राहक हैं। स्नैपडील अपने ई-कॉमर्स कारोबार को भी बेचने की कोशिश कर रही है और पिछले कई महीनों से उसकी फ्लिपकार्ट के साथ बातचीत भी चल रही है।
बुधवार को ही यह खबर आई थी कि स्नैपडील के बोर्ड ने फ्लिपकार्ट के 95 करोड़ डॉलर के ऑफर को अपनी मंजूरी दे दी है। इस ऑफर पर अब अन्य निवेशकों की राय मांगी गई है। निवेशकों का जवाब मिलने के बाद इस सौदे को आगे बढ़ाया जाएगा। स्नैपडील ने 2015 में फ्रीचार्ज को तकरीबन 40 करोड़ डॉलर में खरीदा था।