नई दिल्ली। निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक ने गुरुवार को बताया कि वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च 2019) में उसका शुद्ध लाभ 1505 करोड़ रुपए रहा है। बैंक ने बताया कि खराब ऋण के लिए प्रावधान में कमी आने और ब्याज आय में वृद्धि होने से उसका ये लाभ बढ़ा है।
वित्त वर्ष 2017-18 की जनवरी-मार्च तिमाही में बैंक को 2188 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था। 2018-19 की मार्च तिमाही में बैंक का सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (एनपीए) कुल लोन के विपरीत घटकर 5.26 प्रतिशत रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 6.77 प्रतिशत थी।
2018-19 की चौथी तिमाही में खराब ऋण के लिए बैंक का प्रावधान घटकर 2,711 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 7,179 करोड़ रुपए था। समीक्षाधीन तिमाही में बैंक की ब्याज आय बढ़कर 14,798 करोड़ रुपए रही, जो एक साल पहले समान तिमाही में 11,771 करोड़ रुपए थी।
संपूर्ण 2018-19 वित्त वर्ष के लिए एक्सिस बैंक का शुद्ध लाभ 4,677 करोड़ रुपए रहा है, जबकि 2017-18 में बैंक को कुल 276 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था। एक्सिस बैंक के बोर्ड ने निवेशकों को प्रति शेयर 1 रुपए का लाभांष देने के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी प्रदान की है।