नयी दिल्ली: नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बोइंग के 737 मैक्स विमान का उपयोग करते हुए दिल्ली और ग्वालियर के बीच स्पाइसजेट की विशेष उड़ान से यात्रा की। बोइंग के 737 मैक्स विमान को ढाई साल बाद सेवा में लौटने की अनुमति दी गई है। अदीस अबाबा के पास इथोपियन एयरलाइंस के 737 मैक्स विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के तीन दिन बाद 13 मार्च, 2019 को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा भारत में सभी मैक्स विमानों की सेवाओं को बंद कर दिया गया था। इस विमान दुर्घटना में चार भारतीय नागरिकों सहित 157 लोग मारे गए थे।
विशेष उड़ान में मंगलवार को सिंधिया के साथ, स्पाइसजेट के सीएमडी अजय सिंह और बोइंग इंडिया के अध्यक्ष सलिल गुप्ते भी मौजूद थे। उड़ान एसजी 9945 ने अपराह्न 2.50 बजे दिल्ली से उड़ान भरी और दोपहर लगभग 3.50 बजे ग्वालियर हवाई अड्डे पर उतरी। देश में मैक्स विमानों के एकमात्र ऑपरेटर स्पाइसजेट ने 2017 में बोइंग के साथ 205 मैक्स विमानों के लिए 22 अरब डॉलर का सौदा किया था और वर्तमान में इसके बेड़े में इनमें से 13 विमान हैं। पिछले ढाई साल में बोइंग द्वारा आवश्यक सॉफ्टवेयर सुधार किए जाने के बाद, इस साल 26 अगस्त को डीजीसीए ने मैक्स विमानों के वाणिज्यिक उड़ान संचालन पर से प्रतिबंध हटा लिया था।
सिंह ने उड़ान से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम मैक्स विमानों पर बोर्ड पर ब्रॉडबैंड इंटरनेट प्रदान करने जा रहे हैं और यह शुरू में मुफ्त होगा। हालांकि, वॉयस कॉलिंग बंद कर दी जाएगी क्योंकि इससे अन्य यात्रियों को परेशानी होगी।’’ उन्होंने कहा कि यह विमान मास्को और तुर्की जैसे स्थानों के लिए लंबी दूरी तक उड़ान भर सकता है जहां पुराना विमान, 737-800 नहीं जा सकता था। उन्होंने कहा कि विमान दुनियाभर के अधिकांश देशों में उड़ान भर रहा है और 33 एयरलाइंस वैश्विक स्तर पर इस विमान को उड़ा रही हैं।
उन्होंने कहा कि मैक्स विमान स्पाइसजेट के बेड़े की रीढ़ होंगे। सिंह ने कहा कि एयरलाइन जल्द ही बोइंग के टिकाऊ विमानन ईंधन का उपयोग करते हुए मैक्स विमान उड़ाएगी। स्पाइसजेट ने 17 नवंबर को कहा था कि उसने अमेरिका की एयरोस्पेस कंपनी बोइंग के साथ 737 मैक्स विमान की सेवा के बंद होने और उसकी सेवा में वापसी से संबंधित लंबित दावों को निपटाने के लिए एक समझौता किया है।
इस बीच बोइंग ने एक बयान में कहा कि यह डीजीसीए द्वारा उल्लिखित 737 मैक्स को भारत में सेवा में सुरक्षित रूप से वापस लाने के वास्ते अपने संचालन में स्पाइसजेट का समर्थन करने पर केंद्रित है। एयरोस्पेस कंपनी ने कहा, ‘‘आज, 195 वैश्विक नियामकों में से 175 से अधिक ने अपने हवाई क्षेत्र को 737 मैक्स के लिए खोल दिया है। तीस से अधिक एयरलाइनों ने अपने बेड़े में इस सेवा में वापस ले लिया है और उन एयरलाइनों ने 2,35,000 से अधिक वाणिज्यिक उड़ानों का सुरक्षित रूप से परिचालन किया हैं। बेड़े की विश्वसनीयता दर 99 प्रतिशत से अधिक है।’’
स्पाइसजेट दिसंबर-2023 तक अपने बेड़े में 50 मैक्स विमान शामिल करेगी
स्पाइसजेट की दिसंबर, 2023 तक अपने बेड़े में बोइंग के 50 ‘737 मैक्स’ विमानों को शामिल करने की योजना है। किफायती सेवाएं देने वाली एयरलाइन स्पाइसजेट के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगले साल दिसंबर के अंत तक एयरलाइन अपने बेड़े में 737 मैक्स श्रेणी के 50 विमानों को शामिल करने वाली है। फिलहाल स्पाइसजेट के बेड़े में मैक्स श्रेणी के कुल 13 विमान हैं। इनमें से दो विमानों ने गत रविवार से ही अपनी वाणिज्यिक उड़ानें शुरू की हैं।
सिंह ने कहा कि बाकी 11 मैक्स विमान भी अगले 15-20 दिनों में उड़ानें शुरू कर देंगे। इथियोपियन एयरलाइंस के एक 737 मैक्स विमान के मार्च, 2019 में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद भारत में भी इन विमानों के परिचालन पर नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने रोक लगा दी थी। इस साल 26 अगस्त को मैक्स विमानों के वाणिज्यिक परिचालन पर लगी रोक हटाई गई है। भारत में सिर्फ स्पाइसजेट ही मैक्स विमानों का इस्तेमाल अपने परिचालन में करती है। उसने बोइंग के साथ 205 विमानों की आपूर्ति के लिए वर्ष 2017 में 22 अरब डॉलर का एक सौदा किया था। उनमें से उसे 13 विमान मिल भी चुके हैं।