नई दिल्ली। वाहन उद्योग के लिये चुनौती बना साल 2020 अब समाप्त हो चुका है। हालांकि, अभी भी बाजार पर आपूर्ति श्रृंखला की बाधाओं समेत कई चुनौतियों का असर जारी रहेगा, लेकिन कई वाहन कंपनियां 2021 में विस्तार योजनाओं में तेजी लाने पर काम कर रही हैं। किआ मोटर्स उत्पादन को तेज करने का प्रयास कर रही है, तो टोयोटा का जोर बाजार में नये उत्पाद पेश करने पर है। हुंदै ऐसे इनोवेशन पर ध्यान केंद्रित करने की रणनीति बना रही है, जो बाजार के लिये पहला व नया हो। किआ मोटर्स के प्रबंध निदेशक (एमडी) एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कोख्युन शिम ने कहा, ‘‘हम नये साल में किआ के कारों की बढ़ती उपभोक्ता मांग को पूरा करने के लिये अपने विनिर्माण संयंत्र में तीन पारियों में काम करेंगे। हम एक सहज, सुरक्षित और अतुलनीय ग्राहक अनुभव प्रदान करने के लिये कोविड-19 के बाद के डिजिटल संसार में अपने नेटवर्क के साथ अपने 'फिजिटल' मॉडल को मजबूत करेंगे।’’
कंपनी का आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में विनिर्माण संयंत्र है, जिसकी क्षमता लगभग तीन लाख इकाई प्रति वर्ष की है। शिम ने कहा कि चुनौतियों के बावजूद कंपनी ने 2020 में दो नये खंडों में सफलतापूर्वक प्रवेश किया और अभी देश में अपने पहले उत्पाद उतारने के सिर्फ 16 महीनों के भीतर चौथे स्थान पर पहुंच गयी है। इसी तरह, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (बिक्री एवं सेवा) नवीन सोनी ने कहा कि 2021 में बढ़ी हुई मांग और ग्राहकों की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिये कंपनी ने एक स्थायी और चरणबद्ध तरीके से अपने उत्पाद लाइन-अप का विस्तार करने की योजना बनायी है। उन्होंने कहा, ‘‘हम मध्य से दीर्घकालिक रणनीति के रूप में आवागमन के वैकल्पिक समाधानों पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहेंगे, जैसे कि इलेक्ट्रिक वाहन।’’
हुंदै की योजनाओं पर कंपनी एमडी एवं सीईओ एसएस किम ने कहा, ‘‘भारतीय बाजार के प्रति गहरी प्रतिबद्धता के साथ हम अपनी योजनाओं पर कायम रहेंगे और तकनीकी रूप सबसे अच्छे और उद्योग के लिये इनोवेशन के साथ अपने नेतृत्व को मजबूत करेंगे।’’ इसी तरह, टाटा मोटर्स के एमडी एवं सीईओ गुंतर बुत्शेक ने कहा, ‘‘हम अपने ग्राहकों को खुश करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। हम सुरक्षा, दक्षता, गुणवत्ता और आराम के लिये कारगर उत्पादों को पेश करके ग्राहकों की गतिशीलता की नयी जरूरतों को पूरा करते हैं।’’ होंडा कार्स इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं निदेशक (विपणन व बिक्री) राजेश गोयल ने कहा कि संचालन में सफलतापूर्वक सुधार के बाद कंपनी के उत्पादन की मात्रा में तेजी आयी है।