नई दिल्ली। भारत से वाहन निर्यात घटते देख ऑटो इंडस्ट्री ने सरकार से अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और आसियान क्षेत्र के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) को लेकर अग्रसक्रियता से काम करने अपील की है जहां मैन्युफैक्चरिंग आधार मजबूत नहीं है। भारत से वाहन निर्यात बढ़ाने से जुड़ी पहलों की लिस्ट पेश करते हुए इस इंडस्ट्री ने वाणिज्य मंत्रालय से कहा है कि वह अफ्रीका, लैटिन अमेरिका, आसियान और दक्षेस देशों के संभावनाशील निर्यात बाजार में शुल्क और गैर-शुल्क बाधाएं दूर करने के संबंध में समग्र रवैया अपनाएं।
इंडस्ट्री स्त्रोतों के मुताबिक उद्योग की ओर से आईएमएसीएस का अध्ययन भी मंत्रालय को सौंपा गया जिसमें मंत्रालय को भारत से वाहन निर्यात बढ़ाने के लिए कई तरह के सुझाव दिए गए हैं। अध्ययन के मुताबिक सरकार को उन देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) को सक्रियता से आगे बढ़ाने पर विचार करना चाहिए जिनका वाहन के संबंध में विनिर्माण आधार मजबूत नहीं है।
इसमें कहा गया कि अल्जीरिया, मिस्र, नाइजीरिया और दक्षिण अफ्रीका के साथ एफटीए आगे बढ़ाया जाना चाहिए जबकि लैटिन अमेरिका में चिली, पेरू और कोलंबिया के साथ इसे आगे बढ़ाया जाना चाहिए। वित्त वर्ष 2015-16 में कुल वाहन निर्यात करीब 8.86 अरब डालर रहा जबकि इसमें अफ्रीका का योगदान 30-35 फीसदी रहा।