नई दिल्ली। मंगलवार यानी 16 नवंबर को देश में पहला ऑडिट दिवस मनाया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑडिट दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि एक समय था, जब देश में ऑडिट को एक आशंका, एक भय के साथ देखा जाता था। सीएजी बनाम सरकार हमारी व्यवस्था की सामान्य सोच बन गई थी। लेकिन, आज इस मानसिकता को बदला गया है। आज ऑडिट को वैल्यू एडिशन का अहम हिस्सा माना जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक संस्था के रूप में सीएजी न केवल देश के खातों के हिसाब-किताब की जांच करता है, बल्कि उत्पादकता व दक्षता का मूल्यवर्धन भी करता है, इसलिए ऑडिट दिवस और इससे जुड़े कार्यक्रम देश के चिंतन-मंथन, बेहतरी और सुधार का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
मोदी ने सभी सरकारी विभागों से कहा कि यदि सीएजी आपसे दस्तावेज या अन्य जरूरी कागजात मांगे तो उसे अवश्य उपलब्ध कराएं, क्योंकि इससे सरकार का काम बेहतर और आसान होता है। उन्होंने कहा कि इससे स्वत:निर्धारण का काम आसान हो जाता है। शुचिता और पारदर्शिता व्यक्ति के जीवन में हो या सरकार में, यह हमारे लिए सबसे बड़े मॉरल बूस्टर होते हैं।
ऑडिट की परिभाषा
ऑडिट एक ऑडिटर द्वारा खातों की विभिन्न पुस्तकों की जांच या निरीक्षण है, इसके बाद इन्वेंट्री की भौतिक जांच की जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी विभाग लेनदेन का रिकॉर्ड रखने के लिए प्रलेखित प्रणाली का पालन कर रहे हैं। ऑडिट किसी संगठन द्वारा प्रदान किए गए वित्तीय विवरणों की सटीकता का पता लगाने के लिए किया जाता है।
क्या है ऑडिटंग
ऑडिटिंग आमतौर पर वित्तीय विवरण ऑडिट या किसी कंपनी के वित्तीय विवरणों का परीक्षण और मूल्याकंन को संदर्भित करता है। आमतौर पर इसे एक बाहरी तीसरे पक्ष द्वारा किया जाता है। ऑडिट किसी आंतरिक पार्टी और एक सरकारी इकाई जैसे इंटरनल रेवेन्यू सर्विसेस (आईआरएस) द्वारा किया जा सकता है।
ऑडिट का महत्व
ऑडिट, अकाउंटिंग में उपयोग होने वाला महत्वपूर्ण शब्द है, जो एक कंपनी के वित्तीय रिकॉर्ड का परीक्षण और मूल्याकंन करता है। ऑडिट यह सुनिश्चित करता है कि उपलब्ध कराई गई जानकारी निष्पक्ष और सटीक रूप से सही है। साथ ही ऑडिट यह सुनिश्चित करने के लिए भी किया जाता है कि वित्तीय विवरण प्रासंगिक लेखांकन मानकों के अनुसार तैयार किए गए हैं। इसके तीन प्रमुख वित्तीय स्टेटमेंट्स हैं:
- इनकम स्टेटमेंट
- बैलेंस शीट
- कैश फ्लो स्टेटमेंट
फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स को आंतरिक रूप से प्रबंधन द्वारा प्रासंगिक लेखांकन मानकों जैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग मानक (IFRS) या जनरली एक्सेप्टेड अकाउंटिंग प्रिंसिपल्स (GAAP) का उपयोग करते हुए तैयार किए जाते हैं, इन्हें निम्नलिखित उपयोगकर्ताओं को उपयोगी जानकारी प्रदान करने के लिए विकसित किया गया है:
- शेयरधारक
- ऋणदाता
- सरकारी प्राधिकरण
- ग्राहक
- आपूर्तिकर्ता
- भागीदार
वित्तीय विवरण विभिन्न रिकॉर्ड किए गए लेनदेन के माध्यम से कंपनी के संचालन, निवेश और वित्तपोषण गतिविधियों को कैप्चर करते हैं। चूंकि वित्तीय विवरण आंतरिक रूप से विकसित किए जाते हैं, इसलिए विवरण तैयार करने वालों द्वारा कपटपूर्ण व्यवहार का एक उच्च जोखिम होता है। उचित विनियमों और मानकों के बिना, कंपनी को अधिक लाभदायक या सफल दिखाने के लिए तैयारकर्ता आसानी से अपनी वित्तीय स्थिति को गलत तरीके से प्रस्तुत कर सकते हैं।
ऑडिटिंग यह सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है कि कंपनियां अपनी वित्तीय स्थिति को निष्पक्ष और सटीक रूप से और लेखांकन मानकों के अनुसार प्रस्तुत करें।
ऑडिट के प्रकार
आंतरिक ऑडिट: आंतरिक ऑडिट किसी कंपनी या संगठन के कर्मचारियों द्वारा किया जाता है। ये ऑडिट कंपनी के बाहर वितरित नहीं किए जाते हैं। इसके बजाये, इनको प्रबंधन और अन्य आंतरिक हितधारकों के उपयोग के लिए तैयार किया जाता है। आंतरिक ऑडिट का उपयोग आंतरिक नियंत्रण में सुधार करने के लिए प्रबंधकों को कार्रवाई योग्य सुझाव प्रदान कर कंपनी के भीतर बेहतर निर्णय लेने में किया जाता है। ये कानूनों और विनियमों का अनुपालन भी सुनिश्चित करते हैं और समय पर, निष्पक्ष और सटीक वित्तीय रिपोर्ट पेश करते हैं। बाहरी लेखा परीक्षकों को वित्तीय विवरणों की समीक्षा करने की अनुमति देने से पहले प्रबंधन दल कंपनी के भीतर खामियों या अक्षमताओं की पहचान करने के लिए आंतरिक लेखा परीक्षा का उपयोग कर सकते हैं।
बाहरी ऑडिट: बाहरी संगठनों और तीसरे पक्ष द्वारा किए गए, बाहरी ऑडिट एक निष्पक्ष राय प्रदान करता है, जो आंतरिक ऑडिटर देने में सक्षम नहीं होते। बाहरी वित्तीय ऑडिट का उपयोग किसी कंपनी के वित्तीय विवरणों में किसी भी सामग्री के गलत विवरण या गलतियों को निर्धारित करने के लिए किया जाता है। जब एक ऑडिटर एक अयोग्य राय या स्पष्ट राय देता है, तब यह दर्शाता है कि ऑडिटर यह भरोसा दिलाता है कि वित्तीय विवरण सटीकता और पूर्णता के साथ प्रस्तुत किया गया है।
बाहरी ऑडिट विभिन्न हितधारकों को कंपनी के बारे में आत्मविश्वास के साथ निर्णय लेने की अनुमति देता है। बाहरी ऑडिटर और एक आंतरिक ऑडिटर के बीच महत्वपूर्ण अंतर यह है कि बाहरी ऑडिटर पूरी तरह स्वतंत्र होता है। इसका मतलब है कि वे एक आंतरिक ऑडिटर के बाजये एक अधिक निष्पक्ष राय प्रदान करने में सक्षम हैं। यहां कई बहुत अच्छी लेखा फर्म हैं, जो आमतौर पर विभिन्न निगमों के लिए बाहरी ऑडिट का काम करती हैं। इनमें प्रमुख हैं डेलॉइट, केपीएमजी, अन्र्स्ट एंड यंग (ईवाई) और प्राइसवाटरहाउस कूपर्स (पीडब्ल्यूसी)।
सरकारी ऑडिट: सरकारी ऑडिट यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि किसी कंपनी की कर योग्य आय की राशि को गलत तरीके से प्रस्तुत न करने के लिए वित्तीय विवरण को सही तरीके से तैयार किया गया है। अमेरिका में आंतरिक राजस्व सेवा (आईआरएस) ऑडिट करता है, जो करदाता के कर रिटर्न और लेनदेन की सटीकता को सत्यापित करता है। आईआरएस के कनाडाई समकक्ष को कनाडा राजस्व एजेंसी (सीआरए) के रूप में जाना जाता है।
कैग जो भी दस्तावेज, आंकड़े और फाइल मांगें, वे उन्हें उपलब्ध कराए जाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकारी विभागों से कहा कि कैग जो भी दस्तावेज, आंकड़े और फाइल मांगें, वे उन्हें उपलब्ध करवाए जाने चाहिए। मोदी ने कहा कि कैग को महामारी के समय में अपनाए गए बेहतरीन उपायों और क्रमबद्ध सीखों का अध्ययन करना चाहिए और वैज्ञानिक एवं सशक्त लेखा परीक्षण से व्यवस्था मजबूत और पारदर्शी होगी। मोदी ने कहा कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब भी अपने अधिकारियों से कहा करते थे कि यदि सीएजी आपसे दस्तावेज या अन्य जरूरी कागजात मांगे तो उसे अवश्य उपलब्ध कराएं, क्योंकि इससे सरकार का काम बेहतर और आसान होता है। उन्होंने कहा कि इससे स्वत:निर्धारण का काम आसान हो जाता है।
डेटा ही सूचना है
पीएम मोदी ने कहा कि पुराने समय में सूचना कहानियों के जरिये प्रसारित होती थीं और कहानियों के जरिये ही इतिहास लिखा जाता था लेकिन 21वीं सदी में डेटा ही सूचना है और आने वाले समय में हमारा इतिहास भी डेटा के जरिये देखा और समझा जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में डेटा ही इतिहास का निर्धारण करेगा। मोदी ने कहा कि हर पीढ़ी को संभालना व संवारना और आने वाली पीढ़ियों के लिए उसे अधिक उपयुक्त बनाकर आगे बढ़ाना भी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और सीएजी इस भूमिका को बखूबी निभा रहा है।