मुंबई। मुश्किलों में घिरे शराब उद्यमी विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस के ब्रांड और ट्रेडमार्कों की नीलामी शरिवार को पूरी तरह से असफल रही। इनके लिए एक भी खरीदार आगे नहीं आया। कंपनी को कर्ज देने वाले बैंकों ने अपने बकाये की वसूली के सिलसिले में इसकी गिरवी रखी गई इन संपत्तियों को नीलामी के लिए रखा था।
इनका रिजर्व प्राइस 366.70 करोड़ रुपए तय किया गया था। माल्या से कर्ज की वसूली के मामले में एसबीआई के नेतृत्व में 17 बैंकों के समूह को दूसरी बार इस तरह की विफलता हाथ लगी है। इससे पहले इस बंद हो चुकी एयरलाइंस के मुख्यालय किंगफिशर हाउस की नीलामी में भी कोई बोली नहीं मिली थी।
आज की ई-नीलामी में किंगफिशर का लोगो, लोकप्रिय टैग लाइन फ्लाई द गुड टाइम्स को भी रखा गया था। अन्य ट्रेडमार्क में फ्लाइंग मॉडल्स, फनलाइनर, फ्लाई किंगफिशर और फ्लाइंग बर्ड डिवाइस को बिक्री के लिए रखा गया था। ट्रेडमार्क की बिक्री के लिए रिजर्व प्राइस 366.70 करोड़ रुपए रखा गया था। सूत्रों के मुताबिक रिजर्व प्राइस बहुत अधिक होने की वजह से कोई भी बोलीदाता आगे नहीं आया। ऑनलाइन नीलामी 11.30 बजे शुरू हुई और यह एक घंटे चली। इस नीलामी का आयोजन एसबीआई कैप ट्रस्टी कंपनी ने कर्जदारों की ओर से सरफेसी कानून के तहत किया था।ग्रांट थॉर्नटन के मुताबिक किंगफिशर जब अपने पीक पर थी तब उसके ब्रांड की वैल्यू 4,000 करोड़ रुपए से ज्यादा थी।