नई दिल्ली। साइबर क्रिमिनल भारत, ब्रिटेन और अमेरिका में छोटी-छोटी कंपनियों को निशाना बना रहे हैं। कंप्यूटर की सुरक्षा से जुड़ी कंपनी सिमानटेक ने कहा, ये अपराधी इन कंपनियों से धन चोरी के इरादे से इनके लेखा तथा और अंतरण विभाग से जुड़े कर्मचारियों को गलत तरीके से मेल भेजते हैं। कंप्यूटर की सुरक्षा से जुड़ी सिमानटेक ने यह जानकारी दी। सिमानटेक ने एक ब्लाग में कहा, वित्तीय रूप से प्रेरित हमलावर भारत, ब्रिटेन और अमेरिका में लघु एवं मझोली कंपनियों ( एसएमबी) को सोशल इंजीनियरिंग ई-मेल भेज रहे हैं।
भारत की 56 फीसदी कंपनियां इसके चपेट में
रिपोर्ट के अनुसार हमलावरों ने 2015 की शुरुआत से रिमोट एक्सेस ट्रोजन (रैट) के जरिए भारत में (56 फीसदी), अमेरिका में (23 फीसदी) और ब्रिटेन में (21) प्रतिशत छोटे उद्यमों को निशाना बनाया है। सिमानटेक का कहना है कि ये हमलावर किसी खास उद्योग या संगठनों को निशाना नहीं बनाते बल्कि जहां भी उन्हें लगता है, पहुंचा जा सकता है, वे वहां हमला करते हैं और पहुंचने का प्रयास करते हैं।
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चीन, रूस और अमेरिका पर भी साइबर अपराधियों का खतरा
इससे पहले इंटरनेशनल सॉफ्टवेयर सिक्योरिटी कंपनी केस्पेरस्की लैब ने कहा था कि चीन, रूस और अमेरिका जैसे देशों के साइबर अपराधियों का खतरा भारत मंडरा रहा है। कंपनी ने कहा कि ऐसे अपराधी लगातार एडवांस्ड परसिसटेंट थ्रेट (एपीटी) अटैक कर रहे हैं। एपीटी ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसमें हमलावर किसी के नेटवर्क में घूस जाते हैं और लंबे समय तक वहां बिना पकड़ बने रहते हैं। इस हमले का उद्देश्य डेटा चुराना होता है और इसका गलत इस्तेमाल कर ऑर्गेनाइजेशन और यूजर को लंबे समय के लिए नुकसान पहुंचाना होता है।