नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट से झटका खाकर पटरी से पूरी तरह नीचे उतर चुकी देश की अर्थव्यवस्था में पिछले कुछ महीनों में उल्लेखनीय सुधार दिखाई दिया है। उद्योग मंडल एसोचैम ने गुरुवार को कहा कि विनिर्माण पीएमआई में सुधार और निर्यात में वृद्धि के आंकड़े अर्थव्यवस्था के महामारी के प्रभाव से बाहर निकलने का संकेत दे रहे हैं।
एसोचैम ने अपनी अर्थव्यवस्था की स्थिति पर आकलन रिपोर्ट में आने वाले महीनों में इसमें और सुधार की बात कही है। रिपोर्ट के मुताबिक देश के चाहे विनिर्माण पीएमआई (परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स) को देखा जाए या सेवा क्षेत्र पीएमआई, दोनों ही जगह तेजी से सुधार दिखाई दिया है। विनिर्माण पीएमआई सितंबर 2020 में 56.8 अंक रहा, जो जनवरी 2012 के बाद का सबसे उच्च स्तर है। वहीं सेवा क्षेत्र पीएमआई सितंबर में बढ़कर 49.8 अंक हो गया, जो अगस्त में 41.8 था।
एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा कि एक देश के तौर पर हमने कोविड-19 महामारी को कड़ी चुनौती दी है। देश की अर्थव्यवस्था को फिर खोलने का काम लगभग पूरा हो चुका है। लोग मास्क पहनकर, शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए काम पर लौट रहे हैं। हालांकि, केंद्र सरकार, राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा लोगों की आदत में सुधार के लिए लगातार प्रचार अभियान चलाने की जरूरत होगी।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य आपात स्थिति में भी निडर होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने श्रम, कृषि कानूनों में सुधार और रक्षा उत्पादन एवं विनिर्माण में घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहन देने का काम किया है, जो अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाएगा। सूद ने कहा कि जैसे-जैसे नई सेवाओं को लॉकडाउन से खोला जाएगा, लोगों को महामारी से निपटने और उसके साथ आगे बढ़ने की अधिक जानकारी मिलती रहेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले महीनों में जीएसटी संग्रह में और वृद्धि की भी उम्मीद है।