मुंबई। यस बैंक के सबसे बड़े शेयरधारक एवं सह-प्रवर्तक अशोक कपूर (दिवंगत) की पुत्री शगुन गोगिया ने नए प्रबंधन का समर्थन करते हुए कहा कि उनका परिवार बैंक में अपनी हिस्सेदारी कम करने के लिए तैयार है। गोगिया को हाल ही में बैंक के निदेशक मंडल में शामिल किया गया है।
गोगिया ने कहा कि यदि पूंजी जुटाने के जारी उपक्रम में कोई बड़ा निवेशक निदेशक मंडल में शामिल होता है तो उनका परिवार अपनी हिस्सेदारी को मौजूदा 8.33 प्रतिशत के स्तर से कम करने के लिए तैयार है। बैंक करीब एक साल से संकट के दौर से गुजर रहा है।
रिजर्व बैंक ने बैंक के सह-प्रवर्तक राणा कपूर को मुख्य कार्यकारी एवं प्रबंध निदेशक के पद पर पुन: नियुक्त करने को मंजूरी देने से इंकार कर दिया था। अभी प्रबंधन की अगुवाई मौजूदा मुख्य कार्यकारी रवनीत गिल कर रहे हैं। गिल ने मार्च में बैंक में पद संभाला है।
गोगिया ने कहा कि नियामकीय अनुपालन, जोखिम प्रबंधन और संचालन अभी बैंक में पूरी तरह से दुरुस्त हो चुका है। मुझे पूरा यकीन है कि संचालन व पारदर्शिता के मुद्दे भी हमारे समक्ष हैं। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात का भी यकीन है कि हम अपने अतीत को पीछे छोड़ भविष्य को संवारेंगे।
गोगिया ने कहा कि हमारे परिवार ने अभी इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है कि नए वित्त पोषण के दौरान वह क्या कदम उठाएंगे। हम वही करेंगे जो बैंक के लिए हितकर होगा। उन्होंने कहा कि कपूर परिवार की 95 प्रतिशत संपत्ति यस बैंक के शेयर के रूप में है।
उल्लेखनीय है कि राणा कपूर ग्रुप की बैंक में हिस्सेदारी घटकर अब केवल 0.80 प्रतिशत रह गई है। एक संपत्ति प्रबंधक द्वारा उनके गिरवी रखे शेयरों को बेचने के बाद उनकी हिस्सेदारी अचानक घट गई है। हाल के महीनों में राणा कपूर ग्रुप ने अपने हिस्सेदारी की भी बिक्री की है। जनवरी, 2019 में बैंक के सीईओ का पद छोड़ने वक्त उनकी बैंक में लगभग 13 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।