नई दिल्ली। विज्ञापन क्षेत्र पर नजर रखने वाली संस्था भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (ASCI) ने जुलाई के दौरान भ्रामक विज्ञापनों के खिलाफ प्राप्त 116 शिकायतों को सही ठहराया है। इनमें ITC, गोदरेज कंज्यूमर, हिन्दुस्तान यूनिलीवर और एयरटेल सहित कई प्रमुख कंपनियों के विज्ञापनों के खिलाफ प्राप्त शिकायतें भी शामिल हैं। जुलाई माह में ASCI को कुल मिलाकर 165 शिकायतें प्राप्त हुईं। स्वास्थ्य वर्ग में ASCI ने 51 शिकायतों को सही ठहराया। शिक्षा के क्षेत्र में मिली शिकायतों में से 31 को सही ठहराया जबकि 10 को व्यक्तिगत देखभाल वर्ग में सही माना। इसके बाद खाद्य और पेय पदार्थों की श्रेणी में पांच शिकायतों को सही माना गया है जबकि अन्य श्रेणियों के विज्ञापनों के खिलाफ प्राप्त 19 शिकायतों को सही ठहराया है।
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एयरटेल के एक विज्ञापन में ASCI के सावधानी बरतने संबंधी दिशानिर्देशों का उल्लंघन बताया गया है। इसमें परिषद ने कहा है कि भारती एयरटेल के विज्ञापन में सावधानी बरतने संबंधी बातों को बहुत छोटे अक्षरों में छापा गया है जो कि पढ़ने लायक नहीं है।
ITC की भी उसके एक विज्ञापन के लिए खिंचाई की गई है। ITC के उस विज्ञापन जिसमें कहा गया है कि क्लासमेट की नोटबुक पर लिखोगे तो टीचर सफाई के दो एक्सट्रा अंक देंगे, के बारे में ASCI का कहना है कि यह विज्ञापन भ्रामक है। सफाई का कागज पर लिखाई से कोई नाता नहीं है और कोई भी सामान्य नोटबुक के कागज पर भी अच्छी लिखाई लिख सकता है।
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इसी प्रकार गोदरेज कंजूमर उत्पादों के विज्ञापन के मामले में भी ASCI ने कहा है कि कंपनी ने अपने उत्पादों में भारत का सबसे बेहतर बिजली बचाने वाला हरित इनवर्टर एसी होने का दावा किया है जो कि गलत और अस्पष्ट होने के साथ भ्रामक लगता है।
हिन्दुस्तान यूनिलीवर को उसके क्लीनिक प्लस के विज्ञापन को लेकर खिंचाई की गई है। ईमामी के नवरत्न बादाम तेल के खिलाफ मिली शिकायत को भी जायज ठहराया गया है।