नई दिल्ली। हींग (Asafoetida) भारतीय पकवानों के सबसे जरूरी मसालों में से एक है। भारत में शायद ही कोई घर होगा जहां के रसोईघरों से हींग की खुशबू न आती हो। विभिन्न औषधीय गुणों वाली हींग सदियों से भारत के घरों में प्रयोग की जाती है। लेकिन आपको यह जानकार ताज्जुब होगा कि भारत में पूरी दुनिया की करीब 40 फीसदी हींग की खपत होती है। लेकिन हींग भारत में अभी तक पैदा ही नहीं होती है। भारत हर साल 600 करोड़ रुपए की हींग अफगानिस्तान, ईरान और उजबेकिस्तान सहित मध्य एशिया के विभिन्न देशों से आयात करता है।
लेकिन अब पहली बार देश में ही हींग उगाई जाएगी। सीएसआईआर (CSIR) और इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन बायोरिसोर्स टेक्नोलॉजी (IHBT), पालमपुर ने पहली बार देश में ही हींग उगाने का काम शुरू किया है। सीएसआईआर के डायरेक्टर जनरल (DG, CSIR) डॉ. शेखर मांडे कहते हैं कि हींग उगाने के लिए 2016 से ही रिसर्च की जा रही है।
हिमाचल प्रदेश के सुदूर लाहौल घाटी के किसानों के खेती के तरीकों में एक ऐतिहासिक बदलाव आया है। अब यहां के किसानों ने इस इलाके की ठंडी रेगिस्तानी परिस्थितियों में व्यापक पैमाने पर बंजर पड़ी जमीन का सदुपयोग करने के उद्देश्य से अब हींग की खेती को अपनाया है।