नई दिल्ली। भारत के पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश में एक गांव के सभी लोग रातों रात करोड़पति बन गए। तवांग जिले का बोमजा गांव एक दिन में एशिया के सबसे अमीर गांवों की लिस्ट में शामिल हो गया। बोमजा गांव के प्रत्येक निवासी को भारतीय सेना ने जमीन अधिग्रहण के एवज में मुआवजा वितरित किया, जिसमें प्रत्येक गांव वाले को एक करोड़ रुपए से अधिक की राशि मिली है।
बोमजा गांव की 200.056 एकड़ जमीन का रक्षा मंत्रालय ने अधिग्रहण किया था। इस अधिग्रहण की रकम गुरुवार को अरुणा प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने वितरित की। गांव के सभी 31 परिवारों को लगभग 41 करोड़ रुपए मुआवजे के रूप में दिए गए।
मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने बताया कि भारतीय सेना ने तवांग गैरीसन में मुख्य लोकेशन प्लान यूनिट की स्थापना के लिए इस जमीन का अधिग्रहण किया है। गांव के एक व्यक्ति को सबसे अधिक 6.73 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया गया। एक अन्य व्यक्ति को 2.44 करोड़ रुपए मिले, जबकि अन्य 29 लोगों में से प्रत्येक को 1.09 करोड़ रुपए का चेक दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश रेल, एयर, डिजिटल और रोड संपर्क के जरिये विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। तवांग जल्द ही रेल संपर्क से जुड़ जाएगा और इस साल के बजट में सेला पास के तहत सुरंग बनाने के लिए धनराशि भी आवंटित की गई है, इससे तवांग के सफर में लगने वाला समय एक घंटे कम हो जाएगा।
1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद तवांग जिला रणनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। बोमजा गांव तवांग से 50 किलोमीटर दूर है। भूटान की सीमा से इसकी दूरी मात्र पांच किलोमीटर है। चीन को देखते हुए भारत यहां अपना सैन्य आधार मजूबत कर रहा है।