नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जांच एजेंसियां विवादास्पद उद्योगपति विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही हैं। माल्या को मंगलवार को लंदन में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी। माल्या पर बैंकों का 9,000 करोड़ रुपए बकाया है।
वित्त मंत्री ने कहा, मुझे लगता है कि सरकार और सभी जांच एजेंसियां अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही हैं। एजेंसियों का मानना है कि कुछ अपराध किया गया है जिसके लिए माल्या को भारत लाने की जरूरत है।
जेटली ने कहा कि माल्या के प्रत्यर्पण वापस लाने के लिए कानूनी प्रकिया ब्रिटेन में की जानी है। यह काम उस देश की न्यायिक प्रक्रिया का हिस्सा है। न्यायिक प्रक्रिया में कुछ निश्चित बातों पर ध्यान रखा जाता है। भारतीय अदालतों ने माल्या को वांछित अपराधी घोषित किया हुआ है।
धोखाधड़ी के आरोपों में भारत के आग्रह पर माल्या को कल स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने गिरफ्तार किया था। हालांकि, कुछ घंटे बाद ही उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया है। उन्हें अब 17 मई को वेस्टमिंस्टर के मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होना है।
विभिन्न बैंकों 9000 करोड़ रुपए हैं बकाया
माल्या पर विभिन्न बैंकों का 9,000 करोड़ रुपए का लोन बकाया है और वो पिछले साल 2 मार्च को देश छोड़कर लंदन चले गए थे। भारत पिछले कई महीनों से ब्रिटेन से माल्या के प्रत्यारोपण को लेकर बातचीत कर रहा है।