वाशिंगटन। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को नोटबंदी के मुद्दे पर कहा कि यह अब तक का सबसे कठिन सुधार रहा जिसके लिये सरकार को असाधारण कदम उठाने पड़े। सरकार के इस कदम से देश में डिजिटलीकरण को बढ़ावा मिला। बैंकिंग लेनदेन बढ़ा और डिजिटल माध्यमों से लेनदेन बढ़ा है। यह भी पढ़े: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा- देश में पहली बार मिल रहा है आर्थिक सुधारों को भारी जनसमर्थन
GST हाल के वर्षों में जो सबसे उल्लेखनीय सुधार
जेटली ने GST पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा है कि हाल के वर्षों में जो सबसे उल्लेखनीय सुधार माना जा रहा है कि वह भारत में वस्तु एवं सेवाकर (GST) कर व्यवस्था की दिशा में बढ़ना। इसे संभवत: एक जुलाई से लागू कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि एक बार लागू होने पर इसके उल्लेखनीय लाभ होंगे। यह एक सक्षम कर प्रणाली है। यह ऐंसी प्रणाली है जिससे कि देशभर में सामान एवं वस्तुओं की आवाजाही बाधा मुक्त होगी। इससे काम करना सरल होगा और जीडीपी को भी समर्थन मिलेगा। इसे सूचना प्रौद्योगिकी का काफी समर्थन होगा।
मोदी सरकार ने कई बड़े बदलाव किए
मोदी सरकार के अंतर्गत कई बदलाव हुए हैं। उन्होंने कहा, भारत दुनिया की ज्यादा खुली अर्थव्यवस्थाओं में एक बन गया है। उसके ज्यादातर क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय निवेश के लिए खुले हैं। हम दुनिया में किसी भी देश के मुकाबले अधिक निवेश आकर्षित करने वाले देशों में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह इस निवेश और उच्च सार्वजनिक खर्च का ही सम्मिश्रण है जिसने भारतीय वृद्धि प्रक्रिया को उच्चस्तर पर बनाए रखा है। हालांकि निजी क्षेत्र का व्यय फिलहाल कुछ कम है।यह भी पढे: जेटली ने अमेरिका में उठाया H-1B वीजा मुद्दा, अमेरिकी वाणिज्य सचिव ने कहा-समीक्षा शुरू हुई फैसला नहीं हुआ
भारत में कारोबारी माहौल सुधरा
वित्त मंत्री ने कहा, कारोबार का माहौल काफी सुगम हुआ है। भारत की यह छवि कि यहां प्रक्रियाएं बहुत जटिल होती हैं, फाइलों में भ्रष्टाचार की मार पड़ती थी, मैं समझता हूं कि हम इसे बदलने में काफी हद तक सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि जो अड़चनें थीं, सरकार ने खुद उन्हें हटाने के लिए कदम उठाए हैं, संसाधनों के आवंटन जैसे फैसले एवं अन्य चीजें बाजार प्रणाली तय करती है। भारत ने अपने पिछले अनुभव से सीख ली है।यह भी पढ़े: माल्या को वापस लाने का पूरा प्रयास कर रही हैं जांच एजेंसियां, शुरू हुई प्रत्यर्पण की प्रक्रिया : जेटली
राजनीतिक दलों को चंदा देने की प्रणाली को लेकर भी उठाए कदम
उन्होंने कहा, इसने खुद ही पूरी प्रक्रिया को स्वच्छ बनाने में मदद पहुंचायी है। हमने भारत में राजनीतिक दलों को चंदा देने की प्रणाली को स्वच्छ बनाने के बड़े महत्वाकांक्षी सुधार का काम किया है। यह ऐसा काम है जिससे पिछले कुछ समय से भारतीय लोकतंत्र बचता रहा है।