नई दिल्ली। प्रत्येक माता-पिता बच्चे के जन्म के साथ ही उसके बेहतर भविष्य के सपने संजोने शुरू कर देते हैं। लेकिन आपका हर सपना तभी पूरा हो सकता है जब बच्चे की बेहतर परवरिश और लगातार महंगी होती पढ़ाई-लिखाई के लिए हर स्तर के लिए आपके पास फाइनेंशियल प्लानिंग मौजूद हो। बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए इस समय मार्केट में कई इन्वेस्टमेंट टूल मौजूद हैं। लेकिन जानकारी के अभाव में आमतौर पर अधिकांश पैरेंट्स सिर्फ लाइफ इन्श्योरेंस स्कीम्स में ही निवेश करते हैं। जबकि कई इन्वेस्टमेंट टूल्स, इन्श्योरेंस स्कीम्स से बेहतर रिटर्न देते हैं। आपके लिए जरूरी है कि इंश्योरेंस के साथ ही पीपीएफ, म्यूचुअल फंड, यूनिट लिंक्ड प्लान जैसे विकल्पों में भी निवेश करें। साथ ही यदि इंश्योरेंस प्लान भी लेते हैं तो आपको रायडर्स लेना बहुत जरूरी है। इंडिया टीवी पैसा की टीम अपने रीडर्स के लिए ऐसे ही चाइल्ड प्लान औ इंश्योरेंस राइडर्स के बारे में बताने जा रही है।
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लड़कियों के लिए सुकन्या योजना
बेटियों की उच्च शिक्षा और शादी पर होने वाले खर्च और उन्हें आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए इसी साल सरकार ने सुकन्या योजना पेश की है। बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए यह योजना भी काफी बेहतर है। कोई भी माता-पिता अपनी 10 साल तक की बेटी का यह खाता खुलवा सकता है। इस योजना में निवेश करने पर सरकार 9.2 फीसदी की दर से ब्याज देती है। यदि आपकी दो बेटियां हैं तो दोनों का अलग-अलग खाता खुलवाया जा सकता है। सुकन्या खाते को किसी भी बैंक या डाकघर में खुलवाया जा सकता है। इसमें 1000 रुपए से लेकर हर साल 1.5 लाख रुपए जमा कर सकते हैं। सुकन्या समृद्धि खाते की मैच्योरिटी अवधि 21 वर्ष है। हालांकि बेटी के 18 वर्ष की होने पर इस खाते में जमा कुल रकम में से 50 फीसदी रकम निकाली जा सकती है।
म्युचुअल फंड में कर सकते हैं निवेश
म्युचुअल फंड योजनाओं पर एक नजर डालें तो आज बाजार में एचडीएफसी, टैंपल्टन, टाटा जैसी कंपनियों के तकरीबन 30 ऐसी म्युचुअल फंड योजनाएं उपलब्ध हैं, जो बच्चों के लिए हैं। ये लंबी समयावधि में एक अच्छी धन-राशि जोड़ने के ख्याल से तैयार की गई हैं। इनमें सामान्यतया बीमा का विकल्प अंतर्निहित नहीं होता। आपको आवश्यक बीमा लेने का विकल्प दिया जाता है।
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मार्केट लिंक्ड स्कीम
विभिन्न म्युचुअल फंड और अब जीवन बीमा कंपनियां भी बच्चों के भविष्य को देखते हुए निवेश के लिए मार्केट लिंक्ड योजनाएं पेश कर रही हैं। निवेश के विकल्प के तौर पर इन फंड्स में से अपने लायक फंड का चयन कर सकते हैं। निवेश से पहले किसी भी फंड के पूर्व-प्रदर्शन का अध्ययन करें और गौर करें कि चढ़ते-उतरते बाजार के बावजूद किस फंड का प्रदर्शन स्थिर रहा है। वास्तव में फंड की संरचना इसमें अहम भूमिका निभाती है। प्राय: ऐसी योजनाओं में बाजार के उतार-चढ़ाव से अत्यधिक प्रभावित होने वाले स्टॉक्स को शामिल नहीं किया जाता है। फिर भी निवेश से पहले कंपनियों के पिछले 2-3 साल के एनएवी पर एक नजर डालकर ही निर्णय लें।
पीपीएफ में करें निवेश
आप चाहें तो बच्चे की हायर एजुकेशन के लिए पीपीएफ में निवेश का विकल्प भी चुन सकते हैं। पीपीएफ खाता में लगातार निवेश कर आप एक अच्छा कॉर्पस बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए तैयार कर सकते हैं। इसका लॉकिंग पिरियड 15 वर्षों का होता है।ऐसे में ये हायर एजुकेशन के लिए अच्छा विकल्प है। इसे खुलवाने से जहां आपको टैक्स की बचत तो होती ही है वहीं यहां जमा पैसा सबसे सुरक्षित भी होता है।
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चिल्ड्रन इंश्योरेंस प्लान्स
सभी सरकारी एवं निजी बीमा कंपनियां बच्चों के लिए खास चिल्ड्रेन्स प्लान पेश करते हैं। ये प्लान्स पैरेंट्स को इन्वेस्टमेंट के साथ-साथ इन्श्योरेंस भी ऑफर करते हैं। ऐसी योजनाओं का मुख्य उद्देश्य बीमाधारक की असमय मृत्यु के बाद बच्चों के भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित करना होता है। मतलब साफ है कि पैरेंट्स के नहीं रहने पर भी बच्चों की शिक्षा बाधित नहीं हो। ध्यान रखने लायक बात यह है कि इन योजनाओं में इन्श्योंरेस सिर्फ माता या पिता का होता है, न कि बच्चों का। इस पॉलिसी में बच्चे नॉमिनी होते हैं। मार्केट में एलआईसी के न्यू चिल्ड्रन प्लान चाइल्ड कैरियर प्लान के अलावा आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल की स्मार्ट किड, एसबीआई के यंग स्टार प्लान, एसबीआई के स्मार्ट चैंप जैसे कई प्लान मार्केट में मौजूद हैं।
ये राइडर्स आएंगे काम
चाइल्उ इंश्योरेंस पॉलिसी बच्चों को किसी भी अनहोनी से बचाने के अच्छे विकल्प हैं। लेकिन सभी पॉलिसी अपने आप में पूर्ण नहीं होती। आपके लिए जरूरी है कि पॉलिसी के साथ राइडर्स जरूर ले लें।
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डेथ बेनेफिट
आप तौर पर चाइल्ड पॉलिसी बच्चों की शिक्षा के लिए धन उपलब्ध कराती हैं। लेकिन यदि आप डेथ बेनेफिट राइडर का चयन करते हैं तो आपके बच्चे को अनहोनी के वक्त सुरक्षा मिलती है। इसकी मदद से पॉलिसी लेने वाले माता-पिता की मृत्यु की दशा में भी पॉलिसी चालू रहती है। साथ ही बच्चे को एक मुश्त राशि भी हासिल होती है।
प्रीमियम राइडर
यह राइडर प्रीमियम लैप्स होने जैसी स्थिति से सुरक्षा देता है। हालांकि कई इंश्योरेंस पॉलिसी में यह फीचर इनबिल्ट होता है। लेकिन यदि आपकी पॉलिसी में यह फीचर नहीं है तो आप अपने बच्चे के भविष्य के लिए इस राइडर को जरूर शामिल करें।
क्रिटिकल डिजीज
बच्चे को गंभीर बीमारी होने की दशा में यह राइडर माता पिता को इलाज से होने वाली आर्थिक हानि से सुरक्षा प्रदान करता है। इसमें गंभीर बीमारी होने पर बीमा कंपनी बच्चे के माता पिता को इलाज के लिए एक मुश्त राशि मुहैया करवाती है।
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